खाते से उड़ाए चार लाख रुपये साइबर सेल ने दिलाए वापस, पीडि़तों के चेहरों पर लौटी मुस्कान Lucknow news
जोमैटो कस्टमर केयर के फर्जी नंबर डालकर जालसाजों ने उड़ाई थी रकम। पैसा पाकर मुरझाए चेहरों पर लौटी मुस्कान।
लखनऊ, जेएनएन। फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो समेत अन्य ऑनलाइन कंपनियों से उड़ाई गई धनराशि को साइबर क्राइम सेल ने वापस दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। इस संबंध में दैनिक जागरण ने एक दिसंबर को 'ऑनलाइन खाने में ठगी का कंकड़' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी।
इसका संज्ञान लेकर साइबर सेल ने चार लाख 892 रुपये की धनराशि पीडि़त ग्राहकों के अकाउंट में वापस दिला दी, जिससे पीडि़तों के मुरझाए चेहरों पर खुशी की मुस्कान लौट आई। साइबर सेल प्रभारी राहुल सिंह राठौर के मुताबिक गोमतीनगर निवासी नमिता श्रीवास्तव ने जोमैटो से खाना बुक कराया था, ऑर्डर कैंसिल कराने के बाद जालसाजों ने उनके अकांउट से 3,24,892 लाख रुपये उड़ा दिए। इसके अतिरिक्त स्वाति वर्मा ने ऑनलाइन कंपनी से कुछ सामान मंगाया था, ऑर्डर कैंसिल कराने पर जालसाजों ने उनके खाते से 76 हजार रुपये उड़ा दिए थे। यह धनराशि यूपीआइ (यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस) के माध्यम से संबंधित कंपनियों से बात करके वापस दिलाई गई।
ऐसे करते हैं ठगी
साइबर सेल की टीम के मुताबिक जालसाज जोमैटो समेत अन्य ऑनलाइन कंपनियों के कस्टमर केयर के फर्जी नंबरों को गूगल पर डालकर उनकी लिस्टिंग करा देते हैं। इसके बाद ग्राहक जब खाने का ऑर्डर कैंसिल कराते हैं तो जालसाजों द्वारा डाले गए फर्जी नंबर पर संपर्क करते हैं। इसी बीच जालसाज ग्राहकों द्वारा कोडेड मैसेज लिंक फॉरवर्ड करवाकर लोगों के खातों से पैसा स्थानांतरित करवा लेते हैं।
बिहार और पश्चिम बंगाल से ऑपरेट हो रहा गिरोह
साइबर क्राइम सेल की टीम की तफ्तीश में इस ठगी के खेल में बिहार और पश्चिम बंगाल के गिरोह होने के पुख्ता सुबूत मिले हैं। वहीं जोमैटो से ऑनलाइन खाना मंगाने के नाम पर ठगी के 25 मामलों में साइबर सेल अभी जांच भी कर रही है।