चैन की रैन बन गई थी मौत का बसेरा: कार से पांच मजदूरों को रौंदने का मामला
मलिहाबाद से सपा के पूर्व विधायक अशोक कुमार रावत का बेटा आयुष के घरवाले यहां विशाल खंड गोमतीनगर में रहते हैं।
लखनऊ, [ज्ञान बिहारी मिश्र]। डालीबाग बहुखंडी विधायक निवास के सामने रैन बसेरे में चैन की नींद सो रहे पांच लोगों को नशे में धुत पूर्व विधायक के बेटे ने मौत के मुंह में धकेल दिया था। आठ जनवरी 2017 की काली रात चैन का रैन मानों मौत का बसेरा बन गया हो। तेज आवाज के साथ चीख-पुकार मची हुई थी। कोई दर्द से कराह रहा था तो किसी की सांस थम गई थी।
मलिहाबाद से सपा के पूर्व विधायक अशोक कुमार रावत का बेटा आयुष के घरवाले यहां विशाल खंड गोमतीनगर में रहते हैं। आठ जनवरी 2017 की रात में वह अपने दोस्त फैजाबाद रोड स्थित रोहतास इंक्लेव निवासी पुनीत अरोड़ा के बेटे निखिल के साथ कार लेकर जा रहा था। दोनों तेज रफ्तार में स्टंट कर रहे थे। इस बीच कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे रैन बसेरे में जा घुसी थी। हादसे में नानपारा बहराइच निवासी पृथ्वी राज, अब्दुल कलाम, गोकरन व देवराज समेत एक अन्य की मौत हो गई थी। अज्ञात युवक के शव की शिनाख्त तक पुलिस नहीं करा सकी थी और लावारिस में उसका अंतिम संस्कार कर दिया था।
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पृथ्वीराज के भाई ने कराई थी रिपोर्ट
पांच लोगों की मौत के मामले में नानपारा निवासी पृथ्वीराज के भाई राजू ने हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई थी। आरोप था कि आरोपितों ने खेल-खेल में रैन बसेरे में गाड़ी चढ़ा दी थी। इस हादसे में करीब 10 लोग घायल भी हुए थे। एफआइआर में राजू ने दोनों युवकों पर नशे में धुत होने का आरोप लगाया था।
भाग रहे थे पकड़े गए
हादसे के बाद दोनों आरोपित मौके से भाग रहे थे। गाड़ी के आगे दोनों तरफ की एयर बैग खुल जाने से आरोपितों को चोट नहीं आई थी। आसपास सो रहे अन्य लोगों ने दोनों को दौड़ाकर दबोच लिया था।