लखनऊ में लोगों की भीड़ और सड़कों पर असंख्य वाहन बने जंजाल, भीषण जाम में गुजरा नया साल
लखनऊ में वर्ष 2022 के पहले दिन लोग परिवार संग जब घूमने निकले तो सड़क पर पहुंचते ही उनका सामना ट्रैफिक जाम से हुआ। चिड़ियाघर शापिंग माल और विभिन्न धार्मिक ऐतिहासिक स्थलों और पार्कों में जाने के लिए निकले लोग सड़क पर घंटों जाम से जूझते रहे।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ में वर्ष 2022 के पहले दिन लोग परिवार संग जब घूमने निकले तो सड़क पर पहुंचते ही उनका सामना ट्रैफिक जाम से हुआ। चिड़ियाघर, शापिंग माल और विभिन्न धार्मिक, ऐतिहासिक स्थलों और पार्कों में जाने के लिए निकले लोग सड़क पर घंटों जाम से जूझते रहे। इससे नए साल का उनका सारा मजा किरकिरा हो गया। पार्क रोड हजरतगंज, आलमबाग, बाराबिरवा, भूतनाथ और गोमतीनगर जाम से सबसे अधिक प्रभावित रहें। बता दें, बीते वर्ष 2021 में भी पहले दिन शहर जाम से कराह उठा था। इसके बाद भी जिम्मेदारों ने सीख नहीं ली।
राजाजीपुरम से परिवार के साथ चिड़ियाघर जाने के लिए निकले अक्षत सिंह विधानभवन के पीछे जाम में फंस गए। विधानभवन से सिविल अस्पताल चौराहे तक पहुंचने में उन्हें करीब आधा घंटा लग गया। यहां जानकीपुरम से आए ई-रिक्शा से परिवार के साथ आए विवेक भी जाम में फंसे मिले। जाम के कारण विवेक नाराजगी जता रहे थे। यहां से जब उनका ई-रिक्शा जाम के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहा था। जिसके कारण यहीं पर ई-रिक्शा छोड़कर पैदल चिड़ियाघर गए। सिविल चौराहे से लेकर गोल्फ, डीएसओ और हजरतगंज चौराहे तक भीषण जाम लगा था। जाम का मुख्य कारण पूरी रोड पर लगे ठेले खोमचे थे। वहीं, आलमबाग बाजार में सड़क पर वाहनों की अवैध पार्किंग के कारण जाम लगा रहा। हनुमान सेतु मंदिर पुल से लेकर आइटी चौराहे तक भीषण जाम रहा। आलम यह था कि इंच-इंच भर आगे बढ़ने को वाहन मोहताज थे। यहां सड़क के दोनों ओर वाहनों की अवैध पार्किंग थी। जिसके कारण जाम लगा रहा। उधर, भूतनाथ मार्केट, मुंशी पुलिया और पालीटेक्निक चौराहे पर भी वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। लोग यहां दिन भर जाम से जूझते रहें।