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बेरोजगारों को 50 हजार रु. महीने की सैलरी का दिखाया सपना, एयरपोर्ट पहुंचते ही दिल को लगा करोड़ों की ठगी का धक्‍का

लखनऊ विभूतिखंड क्षेत्र स्थित ट्रेवल्स एजेंसी के मालिकों पर आरोप आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा। दिल्ली और मुंबई से पकडऩी थी फ्लाइट एयरपोर्ट पर पहुंचकर बेरोजगारों को पता चला फर्जी है एयर टिकट भी।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Wed, 10 Feb 2021 09:36 PM (IST)Updated: Thu, 11 Feb 2021 08:05 AM (IST)
बेरोजगारों को 50 हजार रु. महीने की सैलरी का दिखाया सपना, एयरपोर्ट पहुंचते ही दिल को लगा करोड़ों की ठगी का धक्‍का
लखनऊ : विभूतिखंड क्षेत्र स्थित ट्रेवल्स एजेंसी के मालिकों पर आरोप, मल्‍टी नेशलन कंंपनी में नौकरी का झांसा देकर ठगी।

लखनऊ, जेएनएन। तुर्की, दुबई और कुवैत में 50 हजार रुपये महीना की नौकरी लगवाने का झांसा देकर हजारों बेरोजगारों से करोड़ों की ठगी कर कंपनी का डायरेक्टर दफ्तर में ताला जड़कर भाग निकला। उधर, बेरोजगार युवक जब आंखों में नौकरी का सपना लेकर फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली और मुंबई पहुंचे तो उन्हें पता चला कि एयर टिकट भी फर्जी हैं। वहां से वापस लौटे तो कंपनी में ताला जड़ा मिला। इसके बाद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विभूतिखंड थाने पहुंचकर जमकर हंगामा किया।

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नेट पर ऑनलाइन सीवी अपलोड, कंपनी से आया फोन: विभूतिखंड थाने में प्रदर्शन कर रहे कुशीनगर शेखवानिया खान टोल निवासी आदिल खान, बिहार गोपालगंज निवासी मो. समशुद्दीन समेत प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोगों ने बताया कि उन्होंने बीते अक्टूबर माह में नौकरी के लिए ऑनलाइन सीवी डाला था। इसके बाद एक फोन आया। फोन करने वाली महिला ने कहा कि विराजखंड विजयश्री क्रिसेन्ट स्थित कनेक्ट एशिया ट्रेवेल सर्विसेज से बोल रही हैं। कंपनी के तुर्की, कुवैत और सउदिया में फर्म है। 50 हजार रुपये मासिक वेतन पर नौकरी दिला देंगे। इसके बाद कंपनी के लोगों ने रजिस्ट्रेशन के नाम पर पांच-पांच हजार रुपये जमा कराए। टेलीफोनिक इंटरव्यू दिसंबर में लिया। फिर मेडिकल के नाम पर पांच-पांच हजार रुपये लिए। इसके बाद दिसंबर अंत में सभी को ऑफिस बुलाकर पासपोर्ट और वीजा के नाम पर लोगों से 45 से 65 हजार रुपये तक लिए। रुपये लेने के दो दिन बाद कंपनी ने फिर फोन किया कि आप सबका मल्टीनेशनल कंपनी में सेलेक्शन हो गया है। किसी को आठ फरवरी, किसी को 16 फरवरी, तो किसी तो 28 फरवरी तिथि दी। पहली खेप के करीब 400-500 लोग को आठ फरवरी तिथि दी। उस दिन बुलाकर सभी को विदेश जाने के लिए पासपोर्ट, वीजा देने के साथ ही एयर टिकट दिया। सभी को 10 फरवरी को फ्लाइट पकडऩे की तिथि दी गई। किसी को दिल्ली तो किसी को मुंबई से फ्लाइट मिलनी थी।

एयरपोर्ट पहुंचने पर पता चला फर्जी है टिकट: पीड़ि‍तों ने बताया कि एयरपोर्ट पहुंचे तो पता चला कि टिकट फर्जी है। इसके बाद सभी ने कंपनी के नंबर पर फोन किया तो लगा नहीं। सब लोग वापस लखनऊ आए तो कंपनी के दफ्तर में ताला लगा था। इसके विभूतिखंड थाने पहुंचकर कंपनी के डायरेक्टर समेत अन्य कर्मचारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा किया। बवाल बढ़ता देखकर पुलिस ने आरोपित कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जालसाजों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शांत कराया। इंस्पेक्टर विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।


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