Action in Vaccine Cocktail in UP: सिद्धार्थनगर में वैक्सीन कॉकटेल में एएनएम निलंबित, हटाया गया केंद्र प्रभारी
Action in COVID-19 Vaccine Cocktail in UP डोज बदलने के मामले में एएनएम को निलंबित कर दिया गया है जबकि केंद्र के प्रभारी डॉक्टर का तबादला किया गया है। इनके साथ ही यहां पर वैक्सीन की 50 डोज गायब होने पर कोल्ड चेन प्रभारी पर जुर्माना भी लगाया गया है।
सिद्धार्थनगर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के गृह जनपद सिद्धार्थनगर में कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान में बड़ी लापरवाही आने पर एक्शन लिया गया है। सिद्धार्थनगर के पीएचसी औदहीकला में 20 लोगों को कोरोना की दूसरी डोज बदलने के मामले में एएनएम को निलंबित कर दिया गया है जबकि केंद्र के प्रभारी डॉक्टर का तबादला किया गया है। इनके साथ ही यहां पर वैक्सीन की 50 डोज गायब होने पर कोल्ड चेन प्रभारी पर जुर्माना भी लगाया गया है।
सिद्धार्थनगर में 20 लोगों को वैक्सीन कॉकटेल लगाने का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने यहां पर बड़ी कार्रवाई की है। डीएम दीपक मीणा ने बताया यहां के औदहीकलां गांव के पीएचसी में कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान के दौरान 20 लोगों को एक डोज कोविशील्ड और फिर दूसरी डोज कोवैक्सीन देने के मामले में एक्शन लिया गया है। यहां पर कार्यरत एएनएम कलावती को सीएमओ ने निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर के खिलाफ भी एक्शन लिया गया है। पीएचसी प्रभारी डॉक्टर शिवेष्ट पटेल को वहां से हटा दिया गया है। उन्हें सीएचसी लोटन में चिकित्साधिकारी के पद पर भेजा गया है। एएनएम कलावती को निलंबित अवधि में सीएचसी इटवा से अटैच किया गया है। इसके अलावा सीएमओ ने कोल्ड चेन प्रभारी शांति ङ्क्षसह को कोविशील्ड की 50 खुराक गायब होने के मामले में 7500 रुपये जमा कराने का निर्देश दिया है।
यहां के पीएचसी औदही कला में दो अप्रैल को 20 लोगों को पहली डोज कोविशील्ड की लगी थी। उन्हें दूसरी डोज 14 मई को लगाई गई। केंद्र पर तैनात कर्मचारियों ने कोविशील्ड की जगह कोवैक्सीन लगा दिया। डीएम दीपक मीणा ने मामले की गंभीरता से लेते हुए सीएमओ को जांच का निर्देश दिया था। सीएमओ के आदेश पर मामले की जांच एसीएमओ डा. सौरभ चतुर्वेदी व डा. डीके चौधरी ने की। जांच में केंद्र प्रभारी, एएनएम व आइओ को दोषी पाया गया। सीएमओ डाक्टर संदीप चौधरी ने बताया कि इस प्रकरण में तीन लोग दोषी पाए गए हैं, तीनों पर कार्रवाई की गई है। डीएम ने बताया कि इतना ही नहीं हम टीका लगवाने वाले सभी 20 लोगों की भी बराबर निगरानी कर रहे हैं। यह कार्य हम तीन महीने तक जारी रखेंगे। अगर किसी को भी कोई शिकायत होगी तो चिकित्सा का भी इंतजाम करेंगे। सिद्धार्थनगर के ही बांसी से लगातार सातवीं बार विधायक बने जय प्रताप सिंह प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हैं।
इन्हें लगा था गलत टीका
रामसूरत, इकराम, राधेश्याम, बेलावती, मालती देवी, छेदीलाल, सनेही, शहाबुद्दीन, इंद्र बहादुर, रामकुमार, गोपाल, मुन्नी, अनारकली, चंद्रावती, सोमना, रामकिशोर, मालती, देवी, रामप्रसाद, उर्मिला, नंदलाल चौधरी को गलत टीका लगा था। यह सभी मानपुर, औदही कलां और आसपास के रहने वाले हैं।