COVID-19 Vaccination in UP: उत्तर प्रदेश में पांच लाख फ्रंटलाइन वर्करों को दो दिन में लगेगा टीका
COVID-19 Vaccination in UP यूपी में गुरुवार को टीकाकरण के दो हजार सत्र चलेंगे। आठ लाख में से अब तक 36 हजार को लगा टीका। लखनऊ में 12 हजार फ्रंटलाइन वर्करों को दो दिनों में लगेगी कोरोना वैक्सीन। 50 फीसद लाभार्थियों को कोविशील्ड और 50 फीसद को लगेगी कोवैक्सीन।
लखनऊ, जेएनएन। COVID-19 Vaccination in UP: कोविड-19 वैक्सीनेशन के दूसरे चरण के दूसरे चक्र में गुरुवार और शुक्रवार (11 और 12 फरवरी) को ढाई-ढाई लाख फ्रंटलाइन वर्करों का टीकाकरण होगा। दो दिनों में पांच लाख वर्करों को टीका लगाने की तैयारी की गई है। गुरुवार को टीकाकरण के दो हजार सत्र चलाए जाएंगे। वैक्सीन लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन पहले ही कराया जा चुका है। बीती पांच फरवरी को प्रदेश में कुल आठ लाख फ्रंटलाइन वर्करों में से 55,935 को टीका लगाने के लिए आमंत्रित किया गया था, जिसमें से 36,395 ने वैक्सीन लगवाई थी।
अब करीब साढ़े सात लाख से अधिक बचे फ्रंटलाइन वर्करों में से गुरुवार व शुक्रवार को ढाई-ढाई लाख को टीका लगाया जाएगा। फिर 18 फरवरी को भी इतने ही वर्करों को टीका लगेगा। टीकाकरण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। फ्रंटलाइन वर्करों में पुलिसकर्मी, नगर निगम कर्मी व राजस्व कर्मी आदि शामिल हैं। जिलों में पर्याप्त संख्या में कोविशील्ड व कोवैक्सीन की पहले ही व्यवस्था कर ली गई है।
लखनऊ में 50 फीसद लोगों को कोविशील्ड व 50 फीसद को को-वैक्सीन: लखनऊ में गुरुवार को 12,250 फ्रंटलाइन वर्करों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है। इसके लिए 28 अस्पतालों व जिला जेल समेत कुल 29 केंद्रों पर 98 बूथ बनाए गए हैं। ऐशबाग डिपो से बुधवार देर शाम सभी कोल्ड चेन प्वाइंट पर वैक्सीन रवाना कर दी गईं। दूसरे चरण का पहला चक्र पांच फरवरी को ही पूरा किया जा चुका है। इस बार 50 फीसद लोगों को कोविशील्ड व 50 फीसद को को-वैक्सीन दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शुक्रवार यानी 12 फरवरी को भी इतने ही बूथों पर इतने ही कर्मचारियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। यानी 11 व 12 फरवरी को लगातार टीकाकरण होगा। हर बार की तरह प्रत्येक बूथ पर 100 से 125 फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण होना है। इसके लिए केजीएमयू में सर्वाधिक 20 बूथ बनाए गए हैं। वहीं, जिला जेल में तीन बूथ बने हैं।
सुबह आठ बजे तक पहुंच जाएगी वैक्सीन: 20 कोल्ड चेन से गुरुवार सुबह आठ बजे तक वैक्सीन सभी टीकाकरण केंद्र तक कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंच जाएगी। टीकाकरण का समय पूर्व की तरह सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक रहेगा।
लखनऊ में यह है तैयारी: सीएमओ डा. संजय भटनागर ने बताया कि इस बार 50 फीसद लाभार्थियों को कोविशील्ड और 50 फीसद को को-वैक्सीन की डोज दी जाएगी। 14 केंद्रों पर को-वैक्सीन और शेष केंद्रों पर कोविशील्ड लगाई जाएगी। 15 फरवरी को होने वाले मॉपअप राउंड के लिए भी कोवैक्सीन सुरक्षित रख ली गई हैं। पिछली बार लोकबंधु अस्पताल, रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल व डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में को-वैक्सीन की डोज दी गई थी।
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने को शुरू हुई फोकस टेस्टिंग: कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए फोकस टेस्टिंग बुधवार से शुरू की गई। 15 दिनों तक चलने वाली इस फोकस टेस्टिंग में हर दिन अलग-अलग लोगों की कोरोना जांच की जाएगी। बुधवार को प्रदेश भर में होटल व रेस्टोरेंट कर्मियों की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि गुरुवार को पटरी दुकानदार तथा सब्जी व फल बेचने वालों की जांच होगी। 12 फरवरी को रिक्शा व आटो चालकों की, 13 को बस व टैक्सी स्टैंड पर आने वाले लोगों की, 14 को मिठाई की दुकान में काम करने वाले कर्मियों की, 15 को नारी निकेतन, वृद्धाश्रम व अनाथालय में रह रहे लोगों की, 16 को जेल में कैदियों की, 17 को सरकारी व निजी कार्यालयों के कर्मियों की और 18 से 20 फरवरी तक झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों की जांच की जाएगी। 21 से 24 फरवरी तक की जांच का शेड्यूल भी जल्द जारी किया जाएगा। इसमें छूट गए लोगों को शामिल किया जाएगा।