लखनऊ में अव्यवस्थाओं के बीच 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को लगा टीका, टूटा शारीरिक दूरी का पालन
COVID-19 Vaccination in Lucknow चौथे चरण का टीकाकरण अभियान चलाया गया। 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा है। जिसमें 97 सरकारी व 96 निजी अस्पतालों में टीकाकरण कराने आने वालों की भीड़ देखी गई।
लखनऊ, जेएनएन। COVID-19 Vaccination 4th Stage: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस फिर से उत्तर प्रदेश में पैर पसारने लगा है। राजधानी लखनऊ में भी संक्रमण ने गति पकड़ ली है। दूसरी, तरफ सरकार टीकाकरण के माध्यम से इस जानलेवा वायरस से जंग लड़ रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को चौथे चरण का टीकाकरण अभियान चलाया गया। इस दौरान काफी अव्यवस्थाएं देखने को मिली। ज्यादातर वैक्सीनेशन केंद्रों पर शारीरिक दूरी का पालन टूटा। कई केंद्रों पर समय पर पोर्टल नहीं खुलने से वैक्सीनेशन कराने आए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। इस बार 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा है। जिसमें 97 सरकारी व 96 निजी अस्पतालों में टीकाकरण कराने आने वालों की भीड़ देखी गई।
दोनों डोज के बाद भी लोकबंधु अस्पताल के डॉक्टर संक्रमित: उधर, कोरोना के खिलाफ वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोकबंधु अस्पताल के डॉक्टर संजीव खटनानी की कोविड रिपोर्ट एंटीजन व ट्रूनेट जांच में पॉजिटिव पाई गई है। हालांकि, उनका नमूना आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने को-वैक्सीन की पहली डोज 22 जनवरी को और दूसरी डोज 19 फरवरी को ली थी। गले में खराश, नाक बहने और बुखार होने के बाद उन्होंने अपनी जांच कराई थी। जिसके बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फिलहाल उन्होंने खुद को होम आइसोलेशन में रखा है। फिलहाल उनकी स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं है। डॉक्टर संजीव खटनानी वैक्सीन लगवाने के बाद भी मास्क, शारीरिक दूरी और हैंड हाइजीन के सभी नियमों का पालन कर रहे थे।
वैक्सीनेशन में अव्यवस्था हावी: विभिन्न सीएचसी पीएचसी केंद्रों व सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन लगाने वाले लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। सुबह कई केंद्रों पर पोर्टल नहीं खुलने से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वालों को वैक्सीनेशन में दिक्कत हुई। वहीं , ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन से टीकाकरण कराने वाले लोगों को भी देर तक इंतजार करना पड़ा। अभी तक पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों, दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्करों व तीसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों और 45 वर्ष से ऊपर गंभीर के बीमार लोगों को यह वैक्सीन लगाई जा रही थी। मगर अब 45 वर्ष से अधिक के सभी उम्र के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। निजी अस्पतालों में पहले की तरह प्रति डोज 250 रुपये चुका कर टीका लगवा सकते हैं। इस दौरान दूसरी डोज लेने की अवधि जिनकी पूरी हो चुकी है, वह भी अपना वैक्सीनेशन करा रहे हैं।