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यूपी में आर्थिक गतिविधियों पर कोरोना बेअसर, पिछले साल लॉकडाउन की तुलना में इस बार अप्रैल में साढ़े आठ गुना राजस्व

उत्तर प्रदेश में सम्पूर्ण लॉकडाउन घोषित न करने के कारण आर्थिक गतिविधियां बेरोकटोक जारी रहीं। यही वजह है कि सरकार को बीते अप्रैल में कर-करेतर राजस्व की मुख्य मदों में 11196.49 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ जो पिछले साल के की तुलना में 9898.44 करोड़ रुपये अधिक है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 08:50 AM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 08:51 AM (IST)
यूपी में आर्थिक गतिविधियों पर कोरोना बेअसर, पिछले साल लॉकडाउन की तुलना में इस बार अप्रैल में साढ़े आठ गुना राजस्व
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर उत्तर प्रदेश में अप्रैल माह में आर्थिक गतिविधियों पर बेअसर रही।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। अपनी भयावहता के बावजूद कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर उत्तर प्रदेश में अप्रैल माह में आर्थिक गतिविधियों पर बेअसर रही। सम्पूर्ण लॉकडाउन घोषित न करने के कारण भी प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां बेरोकटोक जारी रहीं। यही वजह है कि राज्य सरकार को बीते अप्रैल माह में कर-करेतर राजस्व की मुख्य मदों में 11196.49 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ, जो कि मासिक लक्ष्य का 85 प्रतिशत और पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 9898.44 करोड़ रुपये अधिक है। पिछले साल अप्रैल में लॉकडाउन की वजह से सरकार को सिर्फ 1298.05 करोड़ रुपये राजस्व मिला था, जो कि मासिक लक्ष्य का 10.2 फीसद था। इस तरह पिछले वर्ष की तुलना में सरकार को इस साल 8.6 गुना ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है।

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उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि जीएसटी के मद में सरकार को बीते अप्रैल माह में लक्ष्य से ज्यादा (103.9 प्रतिशत) राजस्व मिला। सरकार ने अप्रैल में इस मद में 4965.35 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य तय किया था जिसके सापेक्ष उसे 5157.11 करोड़ रुपये मिले। पिछले साल इस मद में 670.71 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे। वैट के माध्यम से सरकार ने 1307.62 करोड़ रुपये प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया था जिसके सापेक्ष 826.53 करोड़ रुपये की वसूली हुई। यह मासिक लक्ष्य का 63.2 प्रतिशत है।

वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि आबकारी के मद में सरकार ने 3940 करोड़ रुपये हासिल करने का लक्ष्य तय किया था। इसके सापेक्ष 82.3 फीसद वसूली के साथ वह 3240.77 करोड़ रुपये जुटा पाई। स्टांप तथा निबंधन के मद में वसूली 65.7 फीसद रही। इस मद में सरकार को 1218.39 करोड़ रुपये मिले जबकि लक्ष्य 1854 करोड़ रुपये हासिल करने का था।

परिवहन के मद में सरकार ने 771 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य तय किया था। इसके सापेक्ष 553.95 करोड़ रुपये की वसूली हुई जो लक्ष्य का 71.8 प्रतिशत है। करेतर राजस्व की मुख्य मद भूतत्व एवं खनिकर्म के जरिए सरकार ने 338 करोड़ रुपये प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया था जिसके सापेक्ष 199.74 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुआ। यह लक्ष्य का 59 फीसद है।

कब कितना मिला राजस्व (आंकड़े करोड़ रुपये)

  • मद : अप्रैल 2021 : अप्रैल 2020
  • जीएसटी : 5157.11 : 670.71
  • वैट : 826.53 : 402.22
  • आबकारी : 3240.77 : 53.46
  • स्टांप व निबंधन : 1218.39 : 17.41
  • परिवहन : 553.95 : 100.09
  • भूतत्व एवं खनिकर्म :199.74 : 54.16

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