पीसीएस परीक्षा 2018 का पाठ्यक्रम अब तक घोषित नहीं, मॉडल प्रश्न पत्र भी नहीं
पाठ्यक्रम सार्वजनिक न किए जाने से असमंजस यह है कि प्रश्नपत्र में विषयों और उनसे संबंधित कुल प्रश्नों को हल करने की अनिवार्यता क्या होगी।
इलाहाबाद (जेएनएन)। पीसीएस परीक्षा 2018 को बदले पैटर्न पर कराने की तैयारी तो उप्र लोकसेवा आयोग यानि यूपीपीएससी ने तेज कर दी है लेकिन, इसके पाठ्यक्रम से अभ्यर्थी अब भी अनजान हैं। पाठ्यक्रम सार्वजनिक न किए जाने से असमंजस यह है कि प्रश्नपत्र में विषयों और उनसे संबंधित कुल प्रश्नों को हल करने की अनिवार्यता क्या होगी। इसके अलावा मॉडल प्रश्नपत्र से भी अनभिज्ञता अभ्यर्थियों की तैयारी में बाधा बन रही है। दो महीने बाद प्रारंभिक परीक्षा प्रस्तावित है और अभ्यर्थी परंपरागत रूप से ही तैयारी कर रहे हैं।
जो अभ्यर्थी यूपीपीएससी समेत यूपीएससी (संघ लोकसेवा आयोग) व अन्य राज्यों के आयोग से होने वाली परीक्षाओं में लगातार शामिल हो रहे हैं उनका दावा है कि परीक्षा का पैटर्न बदलने पर विज्ञापन के साथ मॉडल प्रश्नपत्र दिया जाना चाहिए। इससे परीक्षा की तैयारी में सहूलियत होती है और प्रश्नपत्रों के बदले स्वरूप के लिए मानसिक रूप से तैयार भी रहते हैं। जबकि, यूपीपीएससी का मनमाना रवैया नहीं बदल रहा है। विज्ञापन जारी कर आवेदन ले लिए गए और मॉडल प्रश्नपत्र नहीं दिया गया। जबकि पीसीएस परीक्षा 2018, यूपीएससी के पैटर्न पर कराने की तैयारी है।
गौरतलब है कि यूपीपीएससी की ओर से 2018 की पीसीएस और वन विभाग की संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा 28 अक्टूबर को प्रस्तावित है। इसके लिए छह लाख से अधिक आवेदन हुए हैं। यूपीपीएससी ने इसके लिए बदले पाठ्यक्रम की शासन से मंजूरी ले ली है जबकि उसे अभ्यर्थियों के बीच अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अवनीश पांडेय की ओर से इस संबंध में यूपीपीएससी को ज्ञापन भी काफी पहले दिया जा चुका है लेकिन, पाठ्यक्रम को लेकर परीक्षा संस्था मौन साधे है।