'मुन्नाभाई' घर में चला रहे अस्पताल, पहले ऑपरेशन में कॉटन छोड़ दी दूसरे में मरीज की आंत फटी
लखनऊ के एक अस्पताल में चौकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कोचिंग के बैनर तले चल रहे अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान मरीज के शरीर में कॉटन छूट गया।
लखनऊ, जेएनएन। कोचिंग का बैनर लगाकर कुर्सी रोड पर घर में अस्पताल चल रहा है। यहां तीन माह पहले एक गर्भवती का ऑपरेशन किया गया। इस दौरान उसके शरीर के अंदर ही कॉटन छूट गया। पेट में दर्द बढऩे पर उसका दोबारा ऑपरेशन किया गया। इस दौरान उसकी आंत फट गई। ऐसे में परिजनों ने हंगामा किया। मरीज को गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
ये है पूरा मामला
बाराबंकी के बाबूरिया गांव निवासी सुमन देवी (32) गर्भवती थीं। पति विमलेश ने प्रसव पीड़ा होने पर तीन माह पहले एक डॉक्टर के माध्यम से सुमन को कुर्सी रोड गौरबाग कॉलोनी के अस्पताल में भर्ती करवाया। यहां ऑपरेशन से सुमन ने बेटी को जन्म दिया। वहीं, ऑपरेशन के बाद से सुमन को पेट दर्द की शिकायत बढ़ गई। परिवारीजनों ने कुछ दिन पहले अल्ट्रासाउंड करवाया। इसमें सुमन के पेट में कॉटन छूटने की पुष्टि हुई। परिजनों ने मामले की शिकायत अस्पताल में की। ऐसे में कथित डॉक्टर ने मुफ्त में दोबारा ऑपरेशन का झांसा दिया। इसके चलते सुमन को दोबारा 11 अप्रैल को भर्ती करवा गया।
दोबारा ऑपरेशन में और बिगड़ी हालत
आरोप है कि बगैर सूचना दिए डॉक्टरों ने 13 अप्रैल की रात में सुमन का दोबारा ऑपरेशन कर दिया। दावा किया कि कॉटन को बाहर निकाल दिया। वहीं इसके बाद टांके से लीकेज हो गई। उसमें से मल निकलने लगा। यह देख परिजनों ने डॉक्टर को सूचना दी। इसके बाद बाहर से एक और डॉक्टर को बुलाया गया। उसने चेकअप के बाद आंत फटने की जानकारी दी। साथ ही सुमन को ट्रॉमा सेंटर ले जो की सलाह दी।
लापरवाही पर हंगामा, पुलिस पहुंची
मरीज के साथ हुई लापरवाही पर परिजनों ने हंगामा किया। उन्होंने 100 डायल पर सूचना दी। मौके पर पुलिस पहुंची। इसके बाद 108 एंबुलेंस बुलाकर मरीज सुमन को गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। वहीं, पुलिस पहुंचने से पहले ही अस्पताल संचालक भाग निकला। यहां मौके पर दो कर्मी मिले। वह संचालक के बारे में कोई जानकारी व अस्पताल के दस्तावेज नहीं दिखा सके। साथ ही एक और मरीज प्रीती भर्ती मिली।
क्या कहते हैं सीएमओ?
सीएमओ कार्यालय प्रवक्ता डॉ. एसके सक्सेना का कहना है कि मामले की जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो मामला गंभीर है। इसकी जांच करवाई जाएगी।
क्या कहना है पुलिस का?
इंस्पेक्टर गुडम्बा रवींद्र नाथ राय का कहना है कि महिला का पहले ऑपरेशन हुआ था। उसके बाद दिक्कत होने पर दोबारा भर्ती कराया गया था। परिजनों ने इलाज में लापरवाही आरोप लगाकर हंगामा किया। महिला को ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया। अभी लिखित शिकायत नहीं मिली है।