कॉस्मेटिक्स के कारोबार से खूबसूरत हुई जिंदगी
न्यू लुक मेकअप स्टूडियो एंड सैलून के प्रोपराइटर ने फिर से खड़ा किया व्यवसाय। कोरोना काल में की ग्राहकों की फिक्र सेवा के साथ सुरक्षा का कराया एहसास। वित्तीय वर्ष 2017-18 में मेकअप बाजार उछला। प्रमुख बाजारों में ब्रांडेड आइटम के साथ स्टूडियो बनाए जाने का चलन शुरू हुआ।
लखनऊ, जेएनएन। प्रिंटिंग का काम था। फ्लैक्स-विनायल की छपाई चलती थी। छोटे-मोटे विज्ञापन का भी काम मिल जाता था लेकिन, कमाई संतोषजनक नहीं थी। वित्तीय वर्ष 2017-18 में मेकअप बाजार उछला। प्रमुख बाजारों में ब्रांडेड आइटम के साथ स्टूडियो बनाए जाने का चलन शुरू हुआ। इन्होंने भी हिम्मत जुटाई और पारिवारिक सहयोग से कॉस्मेटिक्स के महकदार और खूबसूरती बढ़ाने वाले बाजार में उतर पड़े। स्टूडियो खोला लेकिन, बड़े कारोबारियों के बीच अपना स्थान बनाना आसान नहीं था। फिर ब्राइडल मेकअप के लिए सस्ते और आकर्षक पैकेज बनाए। क्वालिटी उत्पादों के साथ लोगों से नाता जोडऩा शुरू किया तो कारोबार बढ़ चला।
यह कहानी है, न्यू लुक मेकअप स्टूडियो एंड सैलून के प्रोपराइटर प्रभाकर तिवारी की। वह बताते हैं, करीब दो साल का वक्त बीता था कि कोरोना संक्रमण ने पूरे कारोबार को हिलाकर रख दिया। लोगों ने मेकअप स्टूडियो से दूरी बना ली थी। हाल यह था कि लोग कॉस्मेटिक्स के उत्पाद तक खरीदने से बचने लगे। अगर लिया भी तो जरूरतभर का। सवाल यह था कि जब सब तरफ लॉकडाउन है तो मेकअप कराने कौन आएगा? मेकअप की अनुभवी टीम साथ थी, जिस पर बड़ा खर्च हो रहा था। इसकी पूर्ति कैसे हो, इसकी चिंता थी मगर, हार नहीं मानी।
चार माह की बंदी के बाद जब निरस्त हुई शादियों को लेकर नई गाइड लाइन आई तो मेकअप इंडस्ट्री में हलचल बढ़ी। ब्रांडेड कॉस्मेटिक्स आइटम के साथ बड़े ब्रांड के उत्पाद और लक्मे के प्रशिक्षित मेकअप आर्टिस्ट के साथ मैदान में आ गए। सस्ते और आकर्षक पैकेज और क्वालिटी के साथ लोगों से फिर से रिश्ते जोडऩे में लग गए, पर कोरोना काल में ग्राहकों का भय कम करना सबसे बड़ी चुनौती थी। उन्हें स्टूडियो तक लाने के लिए तमाम तरीकों पर विचार किया। निष्कर्ष निकला कि मेकअप के प्रति लोगों का रुझान तभी बनेगा, जब ग्राहक अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह आश्वस्त हो जाएं। फिर तय हुआ कि रोज सुबह पूरे सेंटर का सैनिटाइजेशन कराया जाएगा। ग्राहक के सीट से उठते ही साफ-सफाई और सैनिटाइजर का छिड़काव जरूरी होगा। थर्मल स्कैनर की व्यवस्था के साथ-साथ यूज एंड थ्रो उत्पाद के इस्तेमाल पर जोर दिया गया। यानी एक बार जो सामान इस्तेमाल कर लिया, उसे फेंक दिया गया। इससे ग्राहकों का विश्वास लौटने लगा। नवरात्र के साथ ही लोगों की बुङ्क्षकग आनी शुरू हो गई है। ब्राइडल के अलग-अलग पैकेजों की मांग देख कहा जा सकता है कि आने वाली सहालग मेकअप इंडस्ट्री के सभी नफा-नुकसान की भरपाई कर देगी।
50 फीसद छूट के साथ उतरे मैदान में
प्रभाकर कहते हैं कि वह त्योहारी सीजन में 50 फीसद छूट के ऑफर के साथ फिर मैदान में हैं। नया ऑफर लोगों को रास आने लगा है। विश्वास की डगर पर फिर से कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। 9,999 से लेकर 25,000 तक के पैकेज में 50 फीसद की छूट ने ग्राहक का रुख फिर से स्टूडियो की ओर कर दिया है। सहालग में इसमें तेजी आएगी।
सस्ती और लंबी रेंज
नवरात्र से ब्राइडल मेकअप का दौर शुरू होने लगा है। तिवारी बताते हैं कि ब्राइडल मेकअप को लेकर अलग-अलग पैकेज दिए गए हैं। कहीं हल्का मेकअप चलता है तो कहीं डार्क शेड को तरजीह दी जाती है। इसे देखते हुए सबकी पसंद का ख्याल रखा गया है।
ऐसे हुई राह आसान
स्टूडियो के प्रोपराइटर बताते हैं कि वह गुणवत्तायुक्त उत्पाद और शीर्ष ब्रांड के साथ अनुभवी प्रशिक्षित टीम होम सर्विस दे रही है। आने वाले दिनों में लोगों की जरूरत समझ सेवा उनके बताए पते तक पहुंचाई जाएगी। नवरात्र के साथ त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। आगे लगातार सहालग है। करवा चौथ से लेकर अन्य त्योहारों को लेकर व्यवस्था बनाई गई है।