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Coronavirus Lucknow News: कोरोना को लेकर भ्रांति में न पड़ें, गाइडलाइन का पालन करें

Coronavirus Lucknow News संक्रमण से बचाव के मास्क हाइजीन शारीरिक दूरी ही सबसे कारगर उपाय

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 07:05 AM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 07:05 AM (IST)
Coronavirus Lucknow News: कोरोना को लेकर भ्रांति में न पड़ें, गाइडलाइन का पालन करें
Coronavirus Lucknow News: कोरोना को लेकर भ्रांति में न पड़ें, गाइडलाइन का पालन करें

लखनऊ, जेएनएन । Coronavirus Lucknow News: कोरोना संकट काल में समाज में फैल रहे तरह-तरह के मिथकों को दूर करने के लिए समय-समय पर गाइडलाइन जारी की जा रही हैं। जिनका पालन करके ही कोरोना के संक्रमण से बचाव किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से भी मिथक व भ्रांतियों को लेकर पहले ही गाइडलाइन जारी की गई है। वहीं, कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार और स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह जी-जान से जुटा हुआ है। कोरोना को लेकर समाज में फैलीं भ्रांतियों और मिथकों को दूर करने पर विशेषज्ञों ने सलाह दी।

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चिकित्सक की सलाह पर ही करें काढ़े का सेवन

राजकीय आयुर्वेदिक संस्थान और अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मंदीप जायसवाल कहते हैं, प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए चिकित्सकीय सलाह के बाद ही उपयुक्त काढ़े के सेवन की सलाह दी जाती है। काढ़े का सेवन सामान्यतौर पर दिन में दो   बार से ज्यादा नहीं करना चाहिए और एक उचित निर्दिष्ट मात्रा में ही करना चाहिए। वह कहते हैं,  ऐसे कई मरीज ओपीडी में आ रहे हैं जो बिना डॉक्टर की परामर्श के काढ़ा पी रहे हैं। आयुर्वेद में काढ़े का सेवन करने की सलाह शरीर के बाहरी व भीतरी तापमान को देखकर ही दी जाती है। साथ ही हर मौसम में अलग–अलग तत्वों का उपयोग भिन्न-भिन्न मात्रा में किया जाता है। इसलिए अप्रैल  से लेकर अभी तक काढ़े में प्रयोग होने वाले तत्वों में बदलाव हुआ है। ऐसे तत्व जिनकी तासीर गर्म होती है उन्हें गर्मी में कम से कम उपयोग करने की सलाह दी जाती है। इसी तरह ठंडी तासीर वाले तत्वों को सर्दी में मना किया जाता है।

वहीं, ऐसे मरीज जिन्हें एसिडिटी या पेट में दर्द की दिक्कत आमतौर पर होती है उन्हें विशेष सावधानी के साथ ही काढ़े का सेवन करने की सलाह दी जाती है। यदि काढ़े के सेवन से कोई दिक्कत आती है तो मरीज को तुरंत किसी प्रशिक्षित चिकित्सक को दिखाना चाहिए।

टेलीमेडिसिन सुविधा का उठाएं लाभ

डॉ. मंदीप कहते हैं, सरकार द्वारा आयुष कवच एप मरीजों के लिए एक बेहतरीन सुविधा है। टेलीमेडिसिन सलाह के लिए आयुष टेलीकवच सुविधा भी दी जा रही है जिसके जरिए प्रदेश सहित राज्य से बाहर के भी मरीज अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आयुष चिकित्सकों से बात कर सलाह ले रहे हैं।

नियमों का पालन बहुत जरूरी

एसीएमओ व होम आइसोलेशन के नोडल अधिकारी डॉ. केपी त्रिपाठी कहते हैं, काढ़ा या दवा का सेवन करने के बाद बिना मास्क के घूमने से कोरोना का संक्रमण नहीं होगा, ऐसा सोचना सिर्फ भ्रांति है। कोरोना वायरस से बचने के लिए सभी गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है। इसलिए मास्क लगाना, साबुन से हाथ धोना, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना और शारीरिक दूरी का पालन ही सबसे कारगर उपाय है।


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