CoronaVirus Lockdown in UP : लॉकडाउन से अब यूपी में बढ़ा गेहूं फसल कटाई का संकट
CoronaVirus Lockdown in UP बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के किसान पंजाब व हरियाणा जैसे राज्यों से फसल कटाई की मशीनें लाने के लिए जूझ रहे हैं।
लखनऊ, जेएनएन। CoronaVirus Lockdown in UP : उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के अभिषेक सिंह दो सप्ताह से पंजाब में फंसे हैं। अभिषेक गेहूं की फसल कटाई में इस्तेमाल होने वाला कंबाइन हार्वेस्टर लेने गए थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते अब वापस नहीं आ पा रहे है। केवल अभिषेक ही नहीं, बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के किसान पंजाब व हरियाणा जैसे राज्यों से फसल कटाई की मशीनें लाने के लिए जूझ रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा कृषि यंत्रों की आवाजाही को अनुमति देने के बावजूद मशीनों व उनको चलाने वाले श्रमिकों का न आ पाना किसानों की परेशानी का सबब बना है। उधर खेतों में कटाई के लिए फसल तैयार होने से किसानों की बेचैनी दिनोंदिन बढ़ रही है।
गेहूं के अलावा सरसों, चना व मटर जैसी फसलें भी कटाई के लिए तैयार हैं। उनकी कटाई भले ही मशीनों से न होती हो, लेकिन मढ़ाई के लिए थ्रेसर आदि जरूर चाहिए। मौसम के बिगड़े मिजाज को देखते हुए किसान जल्द से जल्द अपनी तैयार फसल घर ले जाने को व्याकुल हैं। अलीगढ़ के रणवीर सिंह राघव का कहना है कि इस बार ओला व वर्षा के कारण भी फसलों को काफी नुकसान हो चुका है। ऐसे में कटाई में हो रही देर से फसलों पर मौसम की मार पड़ी तो किसान भूखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे।
रालोद के प्रदेश महासचिव देवप्रकाश राय ने मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर फसलों की कटाई व मढ़ाई के लिए मशीनों व श्रमिकों की आवाजाही में आ रही बाधाओं को समाप्त करने की मांग की है।
कंबाइन हार्वेस्टर के साथ पांच श्रमिकों को मिलेगी अनुमति
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर हार्वेस्टर व अन्य मशीनों का आवागमन बाधित न करने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। हार्वेस्टर के साथ पांच श्रमिकों को अंतर जिला पास जारी करने को कहा गया है। सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश हैं कि फसल कटाई, मढ़ाई व बेचने आदि में किसानों को कोई बाधा न आने दी जाए। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों से मशीनों के आवागमन में बाधा आने की शिकायतें मिलेगी, वहां संबंधित अधिकारी या मंत्री आदि से वार्ता कर समाधान कराया जाएगा। शाही का कहना है कि फसल कटाई में किसी प्रकार की बाधा या परेशानी नहीं आने दी जाएगी।