CoronaVirus Lockdown in UP : यूपी में एक दिन में सर्वाधिक राशन वितरण का बना रिकार्ड
CoronaVirus Lockdown in UP एक अप्रैल से अब तक कुल 1.01 करोड़ परिवारों के 4.19 करोड़ लोगों को 261513 मीट्रिक टन राशन दिया जा चुका है।
लखनऊ, जेएनएन। CoronaVirus Lockdown in UP : कोरोना आपदा को लेकर लगे लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश में गुरुवार को एक दिन में सर्वाधिक खाद्यान्न वितरण का रिकार्ड बना। खाद्य एवं रसद विभाग के मुताबिक दो अप्रैल की शाम सात बजे तक 55.61 लाख परिवारों के 2.35 करोड़ लोगों को 1.35 लाख मीट्रिक टन से अधिक अनाज वितरित किया गया। इसमें 21.12 लाख परिवारों के 84.22 लाख श्रमिकों को 59,655 मीट्रिक टन अनाज निश्शुल्क दिया गया।
खाद्य एवं रसद विभाग के मुताबिक कुल वितरण का 44 फीसद खाद्यान्न अंत्योदय कार्ड धारकों व श्रमिकों को निश्शुल्क दिया गया। वितरण रात नौ बजे तक जारी रहा। एक अप्रैल से अब तक कुल 1.01 करोड़ परिवारों के 4.19 करोड़ लोगों को 2,61,513 मीट्रिक टन राशन दिया जा चुका है। इसमें 46.65 लाख श्रमिकों को निश्शुल्क राशन दिया गया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सुरक्षित दूरी बनाए रखने का पालन किया जा रहा है। प्रत्येक राशन दुकान पर सैनिटाइजर व साबुन एवं पानी रखा जा रहा है ताकि हाथ धोने के बाद ही ई-पोस मशीन का इस्तेमाल हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लॉकडाउन से प्रभावित मजदूरों और गरीबों को खाद्य एवं रसद विभाग की ओर से खाद्यान्न का वितरण बुधवार से शुरू हुआ है। इसके तहत अंत्योदय कार्डधारकों, मनरेगा जॉबकार्डधारकों, श्रम विभाग में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों और शहरी क्षेत्र के दिहाड़ी मजदूरों को निश्शुल्क राशन वितरित किया जा रहा है। अप्रैल माह के दूसरे चरण में 15 अप्रैल से समस्त कार्डधारकों को पांच किलो प्रति यूनिट की दर से निश्शुल्क राशन (चावल) दिया जाएगा।
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए ई-पॉस मशीन के जरिये खाद्यान्न वितरण के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। प्रत्येक उचित दर दुकान पर सैनिटाइजर/साबुन और पानी की व्यवस्था की गई है ताकि हाथ धुलने के बाद ही ई-पॉस मशीन का इस्तेमाल हो सके। राशन की दुकानों पर भीड़ न हो और सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, इसके लिए प्रत्येक दुकानदार को रोस्टर के हिसाब से राशन वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं। शासन के निर्देश पर उचित दर की प्रत्येक दुकान पर जिलाधिकारियों की ओर से नियुक्त नोडल अधिकारी और ग्राम प्रधान की उपस्थिति में खाद्यान्न वितरण हुआ।