UP Coronavirus Update: सभी जिलों में एक साथ नहीं बढ़ा कोरोना संक्रमण, काम आई यह रणनीति
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में कोरोना का संक्रमण अलग-अलग समय पर बढ़ा। कोरोना की जांच और संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर देने का नतीजा है कि एक साथ मरीज नहीं बढ़े। कोरोना के संक्रमण का फैलाव भी तेजी से नहीं हो पाया।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में कोरोना का संक्रमण अलग-अलग समय पर बढ़ा। कोरोना की जांच और संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर देने का नतीजा है कि एक साथ मरीज नहीं बढ़े। कोरोना के संक्रमण का फैलाव भी तेजी से नहीं हो पाया। अगस्त में जो पॉजिटिविटी रेट 4.6 फीसद था, वह अब अक्टूबर में घटकर 2.1 प्रतिशत रह गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जांच और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर सबसे ज्यादा फोकस किया। देश में सर्वाधिक 1.36 करोड़ लोगों की कोरोना जांच यूपी में हुई। करीब 13.58 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग भी की जा चुकी है। कोरोना का संक्रमण बीते अगस्त से लेकर सितंबर महीने तक तेजी से बढ़ा। 17 सितंबर को कोरोना के सबसे ज्यादा 68,235 मरीज थे। हालांकि अब इसमें 57 प्रतिशत की कमी आई है।
चार से नौ अगस्त तक नौ जिलों में, 13 से 18 अगस्त तक नौ जिलों में, 21 से 27 अगस्त तक तीन जिलों में, दो से सात सितंबर तक 10 जिलों में, आठ से 15 सितंबर तक 24 जिलों में, 16 से 30 सितंबर तक 16 जिलों में और 30 सितंबर से सात अक्टूबर तक चार जिलों में कोरोना अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद नीचे गिरने लगा। यही कारण है कि संक्रमण की रफ्तार एक साथ जोर नहीं पकड़ पाई।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना के 2,402 नए मरीज मिले। इन्हें मिलाकर अब तक कुल 4.63 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं, जिसमें 4.27 लाख स्वस्थ हो चुके हैं। बीते 35 दिनों से लगातार मरीजों की संख्या घटने से एक्टिव केस 39,104 कम होकर अब 29,131 बचे हैं। रिकवरी रेट भी बढ़कर 92.25 फीसद हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोरोना से बीते 24 घंटे में 35 और रोगियों की मौत हुई। प्रदेश में अब तक इस महामारी से कुल 6,790 लोगों की जान जा चुकी है। गुरुवार को 1.57 लाख लोगों की कोरोना जांच की गई। अब तक कुल 1.36 करोड़ लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है। 4.29 लाख मेडिकल टीमों की मदद से प्रदेश में 13.58 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग भी की जा चुकी है।