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CoronaVirus in UP : कोरोना का कहर- UP में प्राइवेट लैब में भी होगी कोरोना वायरस की जांच UP News

CoronaVirus in UP प्रदेश में अभी आठ केंद्र व राज्य सरकार के चिकित्सा संस्थानों में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के नमूने जांचें जा रहे हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 08:25 AM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 11:14 AM (IST)
CoronaVirus in UP :  कोरोना का कहर- UP में प्राइवेट लैब में भी होगी कोरोना वायरस की जांच UP News
CoronaVirus in UP : कोरोना का कहर- UP में प्राइवेट लैब में भी होगी कोरोना वायरस की जांच UP News

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर अब बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में कोरोना वायरस संक्रमित तथा संदिग्ध की जांच के लिए सरकारी लैब कम पड़ रही है। इस स्थिति को देखते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्राइवेट लैब में भी कोरोना वायरस जांच की सुविधा देने का फैसला कर लिया है।

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उत्तर प्रदेश में अब मल्होत्रा(आरएमएल) प्राइवेट लैब में भी कोरोना वायरस की जांच की जा सकेगी। मुख्यमंत्री के सचिव आलोक कुमार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि यह पहली निजी लैब होगी जहां पर कोरोना वायरस की जांच की जा सकेगी। इसे इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च की ओर से औपचारिक अनुमति मिल गई है। अब की यह लैब कोरोना वायरस की जांच शुरू करेगी।

प्रदेश में अभी आठ केंद्र व राज्य सरकार के चिकित्सा संस्थानों में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के नमूने जांचें जा रहे हैं। उम्मीद है कि अगले सप्ताह में ही राजकीय मेडिकल कॉलेज झांसी, राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रयागराज और लखनऊ में स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में भी जांच की सुविधा शुरू हो जाएगी। तब इस निजी लैब को मिलाकर कुल 12 लैब में इसकी जांच हो सकेगी। मालूम हो कि निजी लैब को कोरोना वायरस की जांच के लिए अधिकतम 4500 रुपए फीस लेने के निर्देश राज्य सरकार की ओर से दिए गए हैं। इससे अधिक फीस लेने वालों पर कार्रवाई होगी।

शासन की तर्ज पर जिलों में भी गठित होंगी कमेटियां

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिए शासन स्तर पर गठित 11 समितियों की तर्ज पर वह जिलों में भी कमेटियां गठित करें ताकि इस महामारी से बेहतर ढंग से निपटा जा सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को सरकारी आवास पर मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों तथा मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान लॉकडाउन पर अमल और गरीबों के लिए किए जा रहे राहत कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मुसहर, थारू, वनवासियों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने का निर्देश देने के साथ उन्होंने यह भी हिदायत दी कि सड़क पर कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं दिखना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने जिलों में विदेश से आए लोगों को चिह्नित कर आवश्यकतानुसार उनका इलाज कराने का कार्य करें। सभी जिलों में लेवल-एक, दो और तीन के अस्पतालों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा। यह भी बताया कि राज्य सरकार ने विधायक निधि के दिशा-निर्देशों में संशोधन करते हुए कोरोना के उपचार तथा बचाव के लिए इसका उपयोग करने की व्यवस्था की है। जिलाधिकारी प्रभावी पहल करते हुए इसके माध्यम से व्यवस्थाओं को बेहतर बनाएं। अस्पतालों में मास्क, ग्लव्स तथा चिकित्सा से जुड़ी अन्य जरूरी वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा पिछले एक सप्ताह के दौरान प्रदेश में विभिन्न राज्यों से आए लोगों की सूची शनिवार तक कृषि उत्पादन आयुक्त को उपलब्ध करा दी जाए। लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन तथा पुलिस के अधिकारी संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग करें तथा लोगों को जागरूक करें। उन्होंने नेपाल की सीमा से जुड़े जिलों में खास सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। 


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