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Coronavirus: खाने से मोह भंग और पेट दर्द होने पर हो जाएं सतर्क... कहीं कोरोना का अलार्म तो नहीं

पाचन तंत्र पर हमला कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को घटा देता है वायरस और हो जाता है आक्रामक।चार हजार कोरोना पीडि़तों पर हुए अध्ययन में सामने आया तथ्य।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 23 Apr 2020 07:51 AM (IST)Updated: Thu, 23 Apr 2020 01:19 PM (IST)
Coronavirus: खाने से मोह भंग और पेट दर्द होने पर हो जाएं सतर्क... कहीं कोरोना का अलार्म तो नहीं
Coronavirus: खाने से मोह भंग और पेट दर्द होने पर हो जाएं सतर्क... कहीं कोरोना का अलार्म तो नहीं

लखनऊ, (संदीप पांडेय)। लखनऊ कोरोना वायरस पाचन तंत्र पर हमला कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है और ऐसा होते ही आक्रामक हो जाता है। दुनिया के अलग-अलग देशों में चार हजार कोरोना पीडि़तों पर हुए अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है। अत: खाने से मोह भंग होने और पेट दर्द होने पर सतर्क हो जाएं। यह कोरोना के संक्रमण का संकेत हो सकता है।

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केजीएमयू, लखनऊ के गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. सुमित रूंगटा ने इस शोध की जानकारी देते हुए बताया कि भूख के कम होने पर और एंजाइम्स की अधिकता के कारण लिवर को नुकसान पहुंचता है। अंतत: शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। ऐसे में यह वायरस शरीर को पूरी तरह कब्जे में लेने लगता है। बताया कि कोरोना वायरस सबसे पहले श्वसनतंत्र पर आक्रमण करता है। इसके बाद उसके निशाने पर पाचनतंत्र रहता है। यह शोध न्यू इंग्लैंड जनरल ऑफ मेडिसिन, लैंसेट गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी व हीपैटोलॉजी में प्रकाशित हुआ है। चिकित्सा वैज्ञानिकों ने 4,243 कोरोना मरीजों पर अध्ययन किया।

वायरस के अटैक से मरीजों का पेट, आंत, लिवर का सिस्टम बिगड़ा मिला। पांचनतंत्र गड़बड़ाने पर मरीज में बीमारी और भयावह हो गई। डॉ.सुमित रूंगटा के अनुसार, वायरस का लिवर पर गहरा दुष्प्रभाव देखा गया है। कोविड-19 संक्रमित मरीजों के लिवर सेल से वायरस के दस्तक देने पर एंजाइम रिलीज बढ़ा हुआ पाया गया। लिवर में एसजीपीटी, एसजीओटी की मात्रा बढ़ी हुई पाई गई। जिससे लिवर फंक्शन पूरी तरह गड़बड़ हो चुका था। शोध में करीब 40 फीसद मरीजों के लिवर में एंजाइम बढ़े पाए गए। यह लिवर को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ इसे फेल भी कर सकते हैं। ऐसे में पाचनतंत्र से जुड़े लक्षणों पर भी गौर करने की आवश्यकता है। यदि दस्त की शिकायत है तो भी सावधान रहें।

केजीएमयू में गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी केे विभागाध्यक्ष डॉ.सुमित रूंगटा ने बताया क‍ि बुखार, जुकाम, खांसी, सांस फूलना कोरोना के लक्षण हैं, मगर डायरिया को हल्के में कतई न लें। यह दिक्कत होने पर सतर्क होने की जरूरत है। यदि इस बात का संदेह है कि किसी तरह संक्रमण की चपेट में आए हैं, तब तो कोराना का टेस्ट अवश्य कराएं।   

इन लक्षणों को न लें हल्के में

  • भूख का न लगना
  • दस्त की शिकायत
  • उबकाई-उल्टी की समस्या
  • पेट दर्द की समस्या 

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