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CoronaVirus Alert: ICMR के वायरोलॉजिस्ट ने बताया शव से संक्रमण फैलने का कोई खतरा नहीं

CoronaVirus Alert दुनिया भर में कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति के शव संग हो रही अमानवियता के बीच ICMR का ये खुलासा बेहद अहम है। संक्रमण के डर से लोग अपनों का शव तक नहीं ले रहे।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 06:34 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 12:40 PM (IST)
CoronaVirus Alert: ICMR के वायरोलॉजिस्ट ने बताया शव से संक्रमण फैलने का कोई खतरा नहीं
CoronaVirus Alert: ICMR के वायरोलॉजिस्ट ने बताया शव से संक्रमण फैलने का कोई खतरा नहीं

लखनऊ [ रूमा सिन्हा]। CoronaVirus Alert: देश-दुनिया में कोरोना संक्रमण से मरने वालों के शवों के साथ अमानवीय व्यवहार की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। शवों को परिजनों को देना तो दूर देखने की भी अनुमति नहीं है। वहीं, कई परिवार संक्रमण के भय से अपनों के शव का अंतिम संस्कार तक करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। इन सबके बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने खुलासा किया है कि शव से कोरोना संक्रमण नहीं फैलता है।

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आइसीएमआर के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रेडिशनल मेडिसिन के निदेशक और देश के जाने-माने वायरोलॉजिस्ट डॉ. देब प्रसाद चट्टोपाध्याय की मानें तो शव से संक्रमण फैलने की कोई संभावना नहीं है। वह कहते हैं कि मौत के 4 से 6 घंटे में शरीर की कोशिकाएं मृत हो जाती हैं। कोरोना का संक्रमण छींकने व खांसने पर वायरस के ट्रांसमिट होने से होता है। यही वजह है कि शव से संक्रमण फैलने की कोई गुंजाइश नहीं है।

वह कहते हैं कि यदि एहतियात के साथ शव को रखा और हैंडल किया जाए तो अंतिम संस्कार धर्मानुसार विधि-विधान से किया जा सकता है। शव को अस्पताल से भी संक्रमण रहित (Disinfected) कर बैग में इस शर्त के साथ दिया जाए की परिवारी जन उसको बगैर खोलें अंतिम संस्कार करेंगे तो संक्रमण की कोई गुंजाइश नहीं रह जाएगी।  सम्मान के साथ अंतिम संस्कार मरने वाले का अधिकार भी है।

मालूम हो कि कोरोना संक्रमण के खौफ के चलते तमाम देशों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा शवों को गड्ढों में फेंकने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। वहीं देश में भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब परिवारीजन ही शव छोड़कर भाग गए हों। शायद ही किसी ने सोचा हो कि अंतिम संस्कार में उसके अपने ही परिजन शामिल होने से कतराएंगे। यह स्थिति बेहद अमानवीय व दुखद है।

शवों के दाह-संस्कार के संबंध में जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोई गाइडलाइन नहीं बनाई है। वहीं, भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन भी स्पष्ट नहीं है। जिसके चलते महामारी में भारत ही नहीं पूरी दुनिया में शवों का अनादर हो रहा है।

आईसीएमआर के मुताबिक, अब भी देर नहीं हुई है। जरूरत इस बात की है कि दाहसंस्कार के लिए तुरंत दिशा-निर्देश जारी किये जाएं, क्योंकि लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं। सुप्रीम कोर्ट भी शवों के अनादार को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुका है।


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