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बाजार में नहीं कोरोना को भाव, पटरी पर लौटी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था, जुलाई में आर्थिक गतिविधियां बेहतर

यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि कोरोना महामारी से प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। अब उन्हें धीरे-धीरे पटरी पर लाते हुए पहले की तरह गति दी जा रही है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 10:50 PM (IST)Updated: Sun, 09 Aug 2020 05:56 AM (IST)
बाजार में नहीं कोरोना को भाव, पटरी पर लौटी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था, जुलाई में आर्थिक गतिविधियां बेहतर
बाजार में नहीं कोरोना को भाव, पटरी पर लौटी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था, जुलाई में आर्थिक गतिविधियां बेहतर

लखनऊ, जेएनएन। देश में दस्तक देने के साथ ही अर्थव्यवस्था को गहरी चोट देने वाला कोरोना वायरस अपना दायरा बढ़ाता जा रहा है। मगर, लॉकडाउन खुलने के बाद धीरे-धीरे साहस जुटाते चले बाजार ने अब खतरनाक कोरोना को भी भाव देना बंद कर दिया। उत्तर प्रदेश की वित्त विभाग की ताजा रिपोर्ट साफ संदेश दे रही है कि अर्थव्यवस्था अब तेजी से पटरी पर लौट रही है। कर संग्रहण के जुलाई 2020 के आंकड़े पिछले वर्ष इसी माह की तुलना में 97.70 फीसद पर पहुंच चुके हैं।

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कोरोना वायरस के संक्रमण के कहर बावजूद जरूरत को समझते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लॉकडाउन के वक्त से ही आर्थिक गतिविधियों को शारीरिक दूरी व अन्य सावधानियों के साथ सुचारु रखने पर जोर दिया था। अब उसके परिणाम सामने आने लगे हैं। शनिवार को लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत में वित्त, संसदीय कार्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। अब उन्हें धीरे-धीरे पटरी पर लाते हुए पहले की तरह गति दी जा रही है। अप्रैल, मई और जून के सापेक्ष जुलाई में आर्थिक गतिविधियां काफी बेहतर हुई हैं।

वित्त, संसदीय कार्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि विभिन्न प्रकार के राज्य करों के तहत जुलाई 2020 में संग्रहित कुल धनराशि पिछले वर्ष के माह जुलाई की राजस्व प्राप्ति की तुलना में 97.70 फीसद है। जुलाई 2019 में 10926.36 करोड़ रुपये संग्रहित हुए थे, जबकि जुलाई 2020 में कुल राजस्व प्राप्ति 10675.42 करोड़ रही। जीएसटी/वैट में जुलाई 2020 में 6024.16 करोड़ रुपये का राजस्व मिला, जबकि इस मद में पिछले वर्ष इसी अवधि में 6564.88 करोड़ रुपये एकत्र हुए थे।

जुलाई 2020 में जीएसटी के रूप में 4120.62 करोड़ रुपये संग्रहित हुए, जिसमें एसजीएसटी 1799.81 करोड़ रुपये और आइजीएसटी 2320.81 करोड़ रुपये शामिल है। पिछले वर्ष जुलाई में एसजीएसटी में 1850.71 करोड़ रुपये, जबकि आइजीएसटी में 3011.87 करोड़ रूपये मिले थे। इसी तरह वैट में जुलाई 2020 में 1903.54 करोड़ रुपये, जबकि गत वर्ष इस माह में 1702.30 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। वैट से मिलने वाले राजस्व में पिछले वर्ष की तुलना में इजफा हुआ है।

कई मदों में पिछले वर्ष से ज्यादा मिला राजस्व : उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि आबकारी, स्टाम्प और निबंधन, परिवहन में जुलाई 2019 में 4214.27 करोड़ रुपये आए, जबकि इन मदों में वर्तमान वित्तीय वर्ष के माह जुलाई में 4472.72 करोड़ रुपये मिले हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है। इसी तरह भूतत्व एवं खनिकर्म में गत वर्ष की अपेक्षा वर्तमान वित्तीय वर्ष के जुलाई माह में अधिक राजस्व प्राप्त हुआ है। जुलाई 2019 में इस मद में जहां 147.21 करोड़ रुपये एकत्र हुए थे, वहीं इस जुलाई में 178.54 करोड़ रुपये राजस्व के रूप में संग्रहित हुए हैं। श्री खन्ना ने कोरोना जैसी विषम परिस्थिति में वित्तीय प्रबंधन को बेहतर बनाए रखने के लिए अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में समय-समय पर जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।

विधानसभा सत्र 20 से, दर्शक दीर्घा में भी बैठेंगे विधायक : बतौर संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि 20 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। कोरोना के चलते यह सत्र छोटा होगा। शारीरिक दूरी को देखते हुए लॉबी, प्रथम तल और दर्शक दीर्घा में भी विधायक ही बैठेंगे। दर्शक दीर्घा में दर्शकों को अनुमति नहीं होगी। पूर्व सांसदों और विधायकों को जारी स्थायी पास सत्र के दौरान स्थगित रहेंगे।


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