ये हैं देश के सपूत... बोले, पहले कोरोना से देश को बचा लें फिर बसाएंगे अपना घर
कोरोना के संक्रमण को देखते हुए बाराबंकी में आपातस्थिति में पुलिसकर्मियों ने स्थगित की अपनी शादी।
बाराबंकी [निरंकार जायसवाल]। लॉकडाउन के दौरान पुलिसकर्मी निजी जीवन पर देश व समाजहित को तरजीह दे रहे हैं इसीलिए लॉकडाउन को प्रभावी ढंग से लागू करने व लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए 24 घंटे ड्यूटी पर मुस्तैद हैं। कई पुलिसकर्मी परिवार से दूर हैं तो कई अविवाहित पुलिसकर्मी ने घर बसाने यानी विवाह संस्कार तक स्थगित कर दिए हैं। उनका कहना है कि पहले महामारी से देश को बचा लें फिर घर भी बसा लेंगे।
कोतवाली नगर में तैनात दीवान गौरव ङ्क्षसह मुरादाबाद जिला निवासी हैं। बाराबंकी शहर की ही युवती से उनका विवाह तय हुआ है। 27 मार्च को इंगेजमेंट और 27 अप्रैल को शादी तय थी। गौरव कहते हैं कि आपात स्थिति को देखते हुए उन्होंने पहले अपनी ड्यूटी को अहमियत दी और विवाह की तिथि फिलहाल टाल दी है।
जैदपुर थाने में तैनात सिपाही रोशनी कुशवाहा उन्नाव जिले की हैं। उनका विवाह रायबरेली निवासी आर्मी में तैनात कांस्टेबल अजय कुशवाहा से तय है। इसी 25 अप्रैल को दोनों के विवाह की तिथि है। रोशनी ने बताया कि मोबाइल पर बात कर उन्होंने व होने वाली जीवन साथी ने निर्णय लिया कि इस समय देश की सेवा का मौका है। हम जब कोरोना से जंग जीत लेंगे तब विवाह रचाएंगे।
कोतवाली नगर की आवास विकास पुलिस चौकी में तैनात सिपाही सुजीत कनौजिया मूल रूप से अंबेडकरनगर के रहने वाले हैं। उनका विवाह 21 अप्रैल को सुमन से होना था। छुट्टी के लिए आवेदन कर दिया था। स्वीकृति भी मिल गई थी, पर परिस्थितियों को होने वाले जीवन साथी से शेयर किया। इसके बाद दोनों ने वैवाहिक कार्यक्रम को दिसंबर तक स्थगित कर दिया।
रामसनेहीघाट कोतवाली में तैनात सिपाही आरती यादव की शादी लखनऊ निवासी शिवकांत यादव से तय हुई है। शिवकांत भी सिपाही हैं और बहराइच जिले में तैनात हैं। आरती बताती हैं कि हम दोनों ने संयुक्त निर्णय लिया कि यह समय अपना कर्तव्य पूरा करने का है। विवाह संस्कार कर्तव्य निभाने के बाद करेंगे।