Move to Jagran APP

यूपी में सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए कांग्रेस चलाएगी किसान आंदोलन, शामिल होंगे वरिष्ठ नेता

उत्तर प्रदेश कांग्रेस किसान आंदोलन की रूपरेखा कई माह पहले भी बना रही थी। दस से 21 फरवरी तक 24 जिलों में तहसील किसान पंचायतें की जाएंगी। तहसील का कोई न कोई गांव पंचायत के लिए चुना जाएगा। इनमें वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Tue, 09 Feb 2021 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2021 01:42 PM (IST)
यूपी में सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए कांग्रेस चलाएगी किसान आंदोलन, शामिल होंगे वरिष्ठ नेता
कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश में अपना किसान आंदोलन खड़ा करना चाह रही है।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। बेशक, कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली सीमा पर चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन का खाद-पानी विपक्षी दल ही शुरू से दे रहे हैं, लेकिन किसान नेता इस पर राजनीतिक छाप नहीं पड़ने देना चाहते। ऐसे में सरकार के खिलाफ माहौल बनाने और भुनाने का तानाबाना बुनना गैर-भाजपाई दलों ने शुरू कर दिया है। इसी प्रयास में कांग्रेस अब उत्तर प्रदेश में अपना किसान आंदोलन खड़ा करना चाह रही है। इसके लिए बुधवार से तहसील किसान पंचायतें शुरू की जा रही हैं।

loksabha election banner

उत्तर प्रदेश कांग्रेस किसान आंदोलन की रूपरेखा कई माह पहले भी बना रही थी। पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश पदाधिकारी ने बताया कि दस से 21 फरवरी तक प्रदेश के 24 जिलों में तहसील किसान पंचायतें की जाएंगी। तहसील का कोई न कोई गांव पंचायत के लिए चुना जाएगा। इनमें प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित सभी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, वर्तमान और पूर्व मंत्री, सांसद, विधायक व वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। हाईकमान ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि इन पंचायतों में सभी नेताओं को भागीदारी करनी है। इन कार्यक्रमों के जरिये पार्टी कृषि कानूनों को लेकर सरकार के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास करेगी। इन पंचायतों के अलावा कुछ विकासखंडों में भी पंचायतें की जाएंगीं।

एक पदाधिकारी के जिम्मे होगा एक जिला : किसान पंचायत के साथ ही पार्टी आगामी सभी आंदोलनों के लिए अपनी तैयारी मजबूत करने में जुटी है। बताया गया है कि प्रदेश की कमान संभालने पर राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने छोटी प्रदेश कार्यकारिणी का फार्मूला दिया था। फिर जरूरत के अनुसार पदाधिकारियों की संख्या बढ़ाई जाती रही। अब तय हुआ है कि संगठन में और विस्तार कर प्रदेश टीम का आकार कम से कम 75 पदाधिकारियों का किया जाएगा, ताकि किसी भी कार्यक्रम के लिए एक-एक पदाधिकारी को एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जा सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.