कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने कमला नेहरू सोसायटी के खिलाफ खोला माेर्चा, ईओडब्ल्यू से जांच की मांग
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने कमला नेहरू सोसायटी पर व्यवसायिक और आर्थिक गतिविधियों में अनियमितता करने के लगाए आरोप। अदिति सिंह ने कहा स्कूल-कॉलेज के लिए लीज पर ली गई थी जमीन अब गरीबों को उजाड़ने की कोशिश।
रायबरेली, जेएनएन। सिविल लाइंस स्थित कीमती भूखंड को लेकर चर्चा में आई कमला नेहरू एजुकेशन सोसायटी के खिलाफ कांग्रेस पार्टी से निर्वाचित विधायक अदिति सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। पार्टी में बागी तेवरों को लेकर चर्चित रहीं विधायक ने जिस संस्था पर आरोप लगाए हैं, उसमें कई बड़े कांग्रेसी नेता जुड़े थे। वर्तमान में जो कार्यकारिणी है, उसमें भी कई दिग्गजों के नाम शामिल हैं। ऐसे में पार्टी के भीतर भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
सदर विधायक ने सोमवार को ईओडब्ल्यू के महानिदेशक राजेंद्रपाल सिंह को उक्त सोसाइटी की जांच व कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि सोसायटी की व्यावसायिक और आर्थिक गतिविधियों में काफी अनियमितताएं मिली हैं। संस्था अपनी गलत कार्यशैली का प्रयोग करके आम जनमानस को प्रताड़ित कर रही है। आर्थिक गतिविधियों में अनियमितता से प्रतीत होता है ये एक फर्जी सोसायटी है। उन्होंने आग्रह किया कि इस प्रकरण को संज्ञान में लेकर सोसायटी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। अदिति ने जागरण को बताया कि बच्चियों की पढ़ाई को बढ़ावा देने के नाम पर जमीन ली गई। दशकों बाद भी उसका कोई इस्तेमाल नहीं किया। अब उस जमीन को करोड़ों में बेचने की जुगत की जा रही है। इस कारण यह पत्र लिखा गया है। उधर सोसायटी के लोगों से इस बाबत बात का प्रयास किया गया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।
सिविल लाइंस में कीमती जमीन
कमला नेहरू एजुकेशन सोसायटी के नाम सिविल लाइंस में करीब पांच बीघा जमीन है। यहां छात्राओं के लिए महिला महाविद्यालय खोलने के लिए जमीन सोसायटी को दी गई थी। इस भूखंड पर बड़ी संख्या में स्थानीय दुकानदार काबिज हैं। इसका एक वाद सिविल कोर्ट में विचाराधीन है। कुछ दिन पहले हाईकोर्ट का आदेश बताकर जमीन खाली कराने के प्रयास हुए थे, तभी अदिति दुकानदारों के पक्ष में आकर खड़ी हो गई थीं। अब उन्होंने साेसायटी की शिकायत शासन में कर दी है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने कहा कि ये मामला कोर्ट में विचाराधीन है। महिला महाविद्यालय के लिए जमीन मिली थी तो उस पर कॉलेज ही बनना चाहिए। विधायक अदिति के शिकायती पत्र देने के बाबत जानकारी नहीं है।