लखनऊ: व्यापारी ने की आत्महत्या मामले में उलझी गुत्थी, हैंडराइटिंग एक्सपर्ट करेगा सुसाइड नोट की जांच
लखनऊ के विभूति खंड के विक्रांत खंड में बुधवार रात व्यापारी राम चंद श्रीवास्तव की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस का कहना है कि व्यापारी के परिवारजन ने काफी देर से सुसाइड नोट उपलब्ध कराया है।
लखनऊ, जेएनएन। विभूति खंड के विक्रांत खंड में बुधवार रात व्यापारी राम चंद श्रीवास्तव की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस का कहना है कि व्यापारी के परिवारजन ने काफी देर से सुसाइड नोट उपलब्ध कराया है। ऐसे में हैंड राइटिंग एक्सपोर्ट से सुसाइड नोट का मिलान कराया जाएगा, जिसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
गौरतलब है कि व्यापारी राम चंद्र श्रीवास्तव ने बुधवार को अपने बेटे के कमरे में फांसी लगा ली थी। रामचंद्र के परिवारजन ने पुलिस को एक सुसाइड नोट उपलब्ध कराया था, जिसमें तीन लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। इनमें करणी सेना के पदाधिकारी संदीप सिंह, रॉयल सिटी इंफ्राटेक के निर्देशक अंशु और अजित सिंह पर प्रताड़ित करने का आरोप है। पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट के आधार पर आरोपितों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। बुधवार देर रात में पुलिस के आला अधिकारियों को इस प्रकरण के बारे में जानकारी हुई, जिसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की। बताया जा रहा है कि आरोपितों ने रामचंद्र को धमकाया था और उनसे अभद्रता की थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि साक्ष्यों के आधार पर आरोपितों से पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने फॉरेंसिक विशेषज्ञों से सलाह ली है। एसीपी विभूति खंड का कहना है कि फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर साक्ष्य एकत्र किए हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।