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जागरण के 'ट्रामा का ड्रामा' अभियान का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान, दो सील; 26 में गंभीर खामियां

सरकार के संज्ञान लेने के बाद लखनऊ में प्रशासन की आधा दर्जन टीमों ने ऐसे सेंटरों पर छापामारी की। देर रात तक अस्पतालों की चेकिंग जारी थी। 45 अस्पतालों की जांच में 26 में गंभीर खामियां सामने आई हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 19 Jul 2021 09:34 PM (IST)Updated: Tue, 20 Jul 2021 11:26 AM (IST)
जागरण के 'ट्रामा का ड्रामा' अभियान का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान, दो सील; 26 में गंभीर खामियां
सीएम बोले, जनता के स्वास्थ्य और चिकित्सा कार्य से खिलवाड़ की छूट नहीं।

लखनऊ, जागरण टीम। कोरोना वायरस संक्रमण काल की आपदा ने उत्तर प्रदेश सरकार को सबक दे दिया कि स्वास्थ्य ढांचे का मजबूत होना कितना जरूरी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों की आंखों से लापरवाही की पट्टी नहीं हट रही। लखनऊ में बिना मानक और मनमाने ढंग से चल रहे ट्रामा सेंटरों के खिलाफ जागरण ने अभियान शुरू किया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका संज्ञान लिया है।

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्थितियों पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने बिना मानकों के चल रहे ट्रामा सेंटरों को चिन्हित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सरकार के संज्ञान लेने के बाद लखनऊ में प्रशासन की आधा दर्जन टीमों ने ऐसे सेंटरों पर छापामारी की। देर रात तक अस्पतालों की चेकिंग जारी थी। 45 अस्पतालों की जांच में 26 में गंभीर खामियां सामने आई हैं। इनसे 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। लखनऊ की प्रशासनिक टीम ने हरदोई रोड पर न्यू एशियन अस्पताल, मेडविन अस्पताल और ट्रामा सेंटर को सील कर दिया है।

योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करना चाहती है। हर जिले में एक मेडिकल कालेज बनाया जा रहा है, लेकिन सरकार को 'आल इज वेल' की रिपोर्ट देने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी यह तक देखने नहीं निकलते कि ट्रामा सेंटर मानक पूरे कर रहे हैं या नहीं। लिहाजा जन स्वास्थ्य के इस बेहद अहम मुद्दे को 'जागरण' ने उठाया। दैनिक जागरण की 'ट्रामा का ड्रामा' समाचारीय श्रृंखला में अव्यवस्थाएं उजागर हुईं तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे गंभीरता से लिया है। उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में मानकविहीन ट्रामा सेंटरों के संचालन की जानकारी सामने आई है। यह स्थिति स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी को भी लोगों के स्वास्थ्य और चिकित्सा कार्य से खिलवाड़ की छूट नहीं दी जा सकती। इस संबंध में सभी जगह गहन पड़ताल की जानी चाहिए। अधोमानक ऐसे ट्रामा सेंटर्स के साथ अस्पतालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाए।

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद का कहना है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिना मानक के चल रहे ट्रामा सेंटर और अस्पतालों पर कार्रवाई करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से कहा गया है।

मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान

मानवाधिकार आयोग ने भी दैनिक जागरण के अभियान को संज्ञान मे लेते हुए सरकार से इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उत्तर प्रदेश मानवधिकार आयोग के अध्यक्ष बाल कृष्ण नारायण ने दैनिक जागरण में 17 जुलाई को प्रकाशित 'पांच किमी रोड पर 80 ट्रामा सेंटर' और 18 जुलाई को प्रकाशित खबर 'तीन दिन से पेड़ के नीचे लेटा कैंसर का मरीज' का संज्ञान लेते हुए सरकार से जवाब तलब किया है। आयोग के अध्यक्ष ने शासन को लिखा है कि यह प्रकरण मानव जीवन के स्वास्थ्य की सुरक्षा से संबंधित है जो अति आवश्यक श्रेणी का है। यह प्रकरण प्रथमदृष्टया मानवाधिकार के हनन का प्रत्यक्ष उदाहरण प्रतीत होता है। प्रकरण अति आवश्यक एवं गंभीर है। मानवधिकार आयोग ने इस प्रकरण पर अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को तत्काल कार्रवाई कर जांच आख्या दो सप्ताह में प्रस्तु़त करने का आदेश दिया है।


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