CM योगी ने वन विभाग के अफसरों से कहा, ज्यादा से ज्यादा जैव विविधता केंद्र करें विकसित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग की तारीफ करते हुए कहा कि विभाग ने अपनी छवि सुधारते हुए बेहतर ढंग से काम किया है।
लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग के अफसरों से कहा कि उत्तर प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा जैव विविधता केंद्र विकसित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाएं। प्रदेश में कई ऐसे भूभाग हैं जिन्हें संरक्षित कर जैव विविधता केंद्र बनाए जा सकते हैं। इन्हें वन्य जीवों के आश्रय स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। इसके लिए वन, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग मिलकर कार्य योजना तैयार करें। जरूरत पड़े तो राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की भी मदद ली जाए।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को वन्य प्राणी सप्ताह के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने उन्नाव स्थित नवाबगंज पक्षी विहार की चर्चा करते हुए कहा कि यह अच्छा प्रयास है, लेकिन इसे और संरक्षित व बेहतर बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जब हम निहित स्वार्थ के लिए किसी जीवों को नुकसान पहुंचाते हैं तो हम उसके दुष्परिणाम से बच नहीं पाते हैं। उन्होंने कहा कि प्राणियों में सबसे खतरनाक प्राणि मनुष्य है। वन्यजीवों को अगर हम नुकसान न पहुंचाएं तो वह इंसान को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।
उन्होंने वन विभाग की तारीफ करते हुए कहा कि विभाग ने अपनी छवि सुधारते हुए बेहतर ढंग से काम किया है। तकनीक का बेहतर उपयोग कर आमजनों को जोड़ा है। उन्होंने कहा कि वन विभाग को अपने कार्यों को और प्रोफेशनल तरीके से करने की जरूरत है।
इससे पहले वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री सहित आए सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने वन्य जीव संरक्षण की जागरूकता के लिए मोबाइल एप का बीटा वर्जन लांच किया। मुख्यमंत्री ने दुधवा नेशनल पार्क की रैपिड रिस्पांस फोर्स के लिए नए वाहनों की खेप हरी झंडी दिखाकर रवाना की।
योगी ने वन्य प्राणी सप्ताह के दौरान हुई विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरित किया। कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, राज्यमंत्री अनिल शर्मा, बलदेव सिंह ओलख, प्रमुख सचिव कल्पना अवस्थी सहित कई अन्य उपस्थित थे।