फिर लौटेगा हस्तिनापुर का गौरव, सीएम ने दिया कार्ययोजना बनाने का निर्देश
विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह की पहल पर कवायद शुरू।
लखनऊ, जेेेेेेएनएन। महाभारत काल में भारतवर्ष की राजधानी रहे हस्तिनापुर के गौरव को पुनर्जीवित करने की कवायद शुरू हो गई है। मेरठ जनपद में स्थित हस्तिनापुर में महाराज शांतनु का महल, पांडेश्वर मंदिर, कर्ण का मंदिर आदि के अवशेष ही बचे हैं, जिनका पुनरोद्धार किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ने कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं।
आजादी के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू जब 1949 में हस्तिनापुर आए थे तब उन्होंने इसके पुनरुद्धार का एलान किया था। इसके साक्षी के रूप में वह शिलालेख आज भी यहां के पार्क में मौजूद है। तब से लेकर आज तक किसी भी सरकार ने इसका संज्ञान नहीं लिया। पिछले लोकसभा चुनाव में विधानपरिषद सदस्य यशवंत सिंह हस्तिनापुर आए थे। उस वक्त यहां की स्थिति देखकर उन्होंने बुद्धिजीवियों का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले साल 25 दिसंबर को हस्तिनापुर भेजा।
30 दिसंबर को यशवंत सिंह ने इसी प्रतिनिधिमंडल की रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक खत लिखा था। मुख्यमंत्री ने पत्र का संज्ञान लेते हुए सूबे के पर्यटन विभाग और संस्कृति निदेशालय को हस्तिनापुर के पुनरोद्धार के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं।