सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसानों से किया वादा- जब तक खेत में गन्ना रहेगा तब तक चलेंगी चीनी मिलें
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अब तक किसानों को लगभग 1 लाख 33 हजार 100 करोड़ रुपये का भुगतान किए जाने की जानकारी देते हुए इस समस्या का स्थायी समाधान करने की बात कही। उन्होंने ऑनलाइन पर्ची वितरण से गन्ना माफिया पर लगाम लगने और भ्रष्टाचार थमने का दावा भी किया।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। किसानों के खेतों में जब तक गन्ना रहेगा तब तक चीनी मिलों का संचालन किया जाएगा। कोरोना की दूसरी लहर को परास्त करने के लिए किसानों को ग्राम निगरानी समितियों से समन्वय बनाकर अभियान चलाना चाहिए। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों से वर्चुअल संवाद में कही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के परिश्रम की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों में भी किसानों ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को संभाले रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सीएम योगी ने कहा कि गत पेराई सत्र की तरह इस बार भी किसानों के गन्ने को खराब नहीं होने दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब तक किसानों को लगभग 1 लाख 33 हजार 100 करोड़ रुपये का भुगतान किए जाने की जानकारी देते हुए इस समस्या का स्थायी समाधान करने की बात कही। उन्होंने ऑनलाइन पर्ची वितरण से गन्ना माफिया पर लगाम लगने और भ्रष्टाचार थमने का दावा भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों की आय बढ़ाने के लिए वेबसाइट, ई-गन्ना एप, सर्वे व कलेंडर और समितियों की कार्यप्रणाली में सुधारों का जिक्र भी किया। उन्होंने मिलों द्वारा चीनी उत्पादन के साथ ही एथनाल उत्पादन में प्रदेश अग्रणी होने की जानकारी दी। सैनिटाइजर उत्पादन के अलावा बंद चीनी मिलों को पुन: संचालित करने पर जोर दिया।
वर्चुअल संवाद में बस्ती के किसान अरविंद कुमार सिंह ने सहकारी मिलों के उच्चीकरण की मांग की। कुशीनगर के धीरेंद्र सिंह, मेरठ के विनोद कुमार सैनी, बागपत के कृष्णपाल सिंह, लखीमपुर के जगतार सिंह तथा पीलीभीत के गुरुमंगत सिंह ने गन्ना किसानों के हित में किए कार्याें की सराहना की। घटतौली पर अंकुश, पर्ची वितरण की नई व्यवस्था के अलावा किसानों को तकनीकी से जोड़ने के प्रयासों को सराहा।
खांडसारी उद्योग को और मजबूती देंगे : किसानों से वर्चुअल संवाद में गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने भी भागीदारी की। चीनी मिलों की व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव होने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खांडसारी उद्योग को मजबूती देने का दोहरा लाभ हुआ। किसानों को गन्ने का बेहतर मूल्य मिलने के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़े है। प्रदेश में एक भी चीनी मिल बंद नहीं होने दी। गुड कोल्हुओं को प्रोत्साहित किए जाने का लाभ भी किसानों को मिला है। वर्चुअल संवाद में अपर मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी, नवनीत सहगल, एसपी गोयल और संजय प्रसाद भी उपस्थित थे।