Move to Jagran APP

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- देश ने बहुत नजदीक से देखा मजबूत और मजबूर सरकार का अंतर

दैनिक जागरण के पूर्व प्रधान संपादक नरेंद्र मोहन की 86वीं जयंती पर शनिवार को व्याख्यान देते हुए सीएम योगी ने सरकार और विपक्ष की भूमिका का छिद्रान्वेषण किया। उनका मत यही था कि सबल लोकतंत्र के लिए संवेदनशील सरकार के साथ ही जिम्मेदार विपक्ष जरूरी है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 10 Oct 2020 11:23 PM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2020 10:04 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- देश ने बहुत नजदीक से देखा मजबूत और मजबूर सरकार का अंतर
दैनिक जागरण समूह के पूर्व प्रधान संपादक नरेंद्र मोहन जी के जन्मदिवस पर संबोधित करते सीएम योगी आदित्यनाथ। जागरण

लखनऊ, जेएनएन। 'सबल लोकतंत्र, मजबूत सरकार या मजबूत विपक्ष'- इन दिनों उत्तर प्रदेश में मजबूत सरकार चलाने के साथ विपक्षी हमलों का उसी मजबूती से सामना कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस विषय की चर्चा में भी हर पहलू को छुआ। दैनिक जागरण के पूर्व प्रधान संपादक नरेंद्र मोहन की 86वीं जयंती पर शनिवार को व्याख्यान देते हुए सीएम योगी ने सरकार और विपक्ष की भूमिका का छिद्रान्वेषण किया। उनका मत यही था कि सबल लोकतंत्र के लिए संवेदनशील सरकार के साथ ही जिम्मेदार विपक्ष जरूरी है।

loksabha election banner

वर्चुअल आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सरकारी आवास से ही जुड़े। उन्होंने लोकतंत्र को परिभाषित करते हुए इसका सबसे सशक्त माध्यम संवाद को बताया। कहा कि संवाद के बिना लोकतंत्र आगे नहीं बढ़ सकता, इसलिए संवेदनशील सरकार और जिम्मेदार विपक्ष की बराबर भूमिका है। कोई कमजोर सरकार संवेदनशील नहीं हो सकती। 'एक मजबूत सरकार न केवल जन आकांक्षाओं की पूर्ति कर सकती है, बल्कि लोक कल्याण के पक्ष को मजबूती से आगे बढ़ा सकती है।'

बिना किसी दल का नाम लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले कि दो दशक में भारत में मजबूत और मजबूर सरकार को बहुत नजदीक से महसूस किया है। मजबूर सरकार कैसे स्वयं के स्वार्थ के लिए देश की सीमा, सुरक्षा और संप्रभुता के साथ खिलवाड़ करती है, कैसे जन आकांक्षाओं को धूल धूसरित करती है, कैसे अपने स्वार्थ के लिए भारत की परंपरा और संस्कृति पर प्रहार करती है और कैसे गठबंधन भारी अविश्वास और अराजकता का कारण बनता है, यह देश ने 2004 से 2014 तक महसूस किया, लेकिन मजबूत सरकार जन आकांक्षाओं की पूर्त का माध्यम बन सकती है, लोक कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतार सकती है। न सिर्फ आंतरिक और बाह्य सुरक्षा के लिए मजबूती से काम कर सकती है, बल्कि वैश्विक मंच पर देश के गौरव और सम्मान को आगे बढ़ा सकती है। यह 2014 से 2020 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे कार्यों में हम महसूस कर सकते हैं।

नेतृत्व को देश-प्रदेश की मजबूत स्थिति का श्रेय 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा आज भारत का कोई दुश्मन, भारत में आकर हमारी संप्रभुता को चुनौती नहीं दे सकता। उसे मालूम है कि इसकी क्या कीमत चुकानी पड़ेगी। इससे पहले हमने इसको नियति मान लिया था, क्योंकि वे अंदर से भी मजबूर थे और बाहर से भी देश को मजबूर कर दिया था। मुख्यमंत्री ने केंद्र-राज्य की कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करने के साथ ही कोरोना से जंग में देश-प्रदेश की मजबूत स्थिति का श्रेय नेतृत्व को दिया। सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का संकल्प दोहराते हुए बोले कि हमारे लिए देश पहले है, पार्टी इसके बाद, परिवार उसके बाद और फिर स्वयं अपना हित आता है। देश की सुरक्षा और वैश्विक मामलों पर जिम्मेदार भूमिका की नसीहत विपक्ष को देते हुए योगी ने कहा कि गैर जिम्मेदार विपक्ष लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। जहां सरकार लोकतंत्र विरोधी काम करे, वहां जिम्मेदार विपक्ष को मजबूती से विरोध करना चाहिए।

विरलों में होती है नरेंद्र मोहन जैसी प्रतिभा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधान संपादक नरेंद्र मोहन के व्यक्तित्व-कृतित्व पर प्रकाश डाला। संसद में उनके साथ के संस्मरण साझा करते हुए बोले कि यह बहुत कम देखने को मिलता है कि कोई व्यक्ति अच्छा चिंतक, लेखक और वक्ता भी हो। वह जो सोचता हो, बोलता हो, उसे व्यावहारिक धरातल पर उतार सकता हो। यह ईश्वर प्रदत्त प्रतिभा विरले लोगों में होती है। देश की संस्कृति, समाज और लोकतंत्र के प्रति नरेंद्र मोहन के योगदान को रेखांकित करते हुए योगी ने कहा कि उनके द्वारा स्थापित लक्ष्मण रेखा का पालन करते हुए ही दैनिक जागरण शून्य से शिखर तक पहुंचा है और आज भी अग्रसर है।

जो संपन्न नहीं, उनको योजनाओं का चंदन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति को सुशासन का मंत्र बताया। पिछली सरकारों पर मत-मजहब के आधार पर भेदभाव का आरोप लगाया। कहा कि हमारी सरकार में कोई भेदभाव नहीं है। जो संपन्न है, उसका वंदन और जिसके पास नहीं है, उसे योजनाओं का चंदन।

...जो राम और कृष्ण को मानते हैं मिथक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज कुंभ और योग दिवस को मिली वैश्विक मान्यता को भी मजबूत सरकार का ही परिणाम बताते हुए विपक्ष पर सवाल उठाए। कहा कि पहले यह क्यों नहीं हो सका। यही नहीं, वह बोले कि जो लोग राम और कृष्ण की परंपरा को मिथक मानते हैं, सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देते हैं, उनसे क्या उम्मीद करें कि वह वह भारत की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाएंगे।

विरासत में मिला समस्याओं का पोथा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस वक्त देश और प्रदेश में विपक्ष नकारात्मक भूमिका में काम कर रहा है। वह समस्याओं को उलझाने में विश्वास रखता है, इसीलिए हमें विरासत में समस्याओं का लंबा पोथा मिला है। उन्होंने विपक्ष को नसीहत दी कि नकारात्मकता विपक्ष, लोकतंत्र या समाज, किसी के हित में नहीं है। इसके पहले विषय प्रवर्तन के साथ ही मुख्यमंत्री योगी, परमार्थ आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती सहित अन्य अतिथियों का स्वागत प्रधान संपादक संजय गुप्त ने किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह पूरे प्रदेश को संभाला है, वह दूसरे राज्यों के लिए भी अनुकरणीय है। उन्होंने सरकार के साथ ही मजबूत विपक्ष की भूमिका को रेखांकित किया। मुख्यमंत्री का आभार जागरण समूह के संपादकीय निदेशक महेंद्र मोहन गुप्त ने किया। उन्होंने योगी आदित्यनाथ के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि विपक्ष को गैर जिम्मेदार नहीं होना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.