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UP में मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द, जेपी नड्डा व अमित शाह से योगी आदित्यनाथ की मुलाकात से बनी संभावना

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल की मुलाकात के बाद यह संभावना मजबूत हो गई है कि प्रदेश नेतृत्व के दिल्ली से लौटते ही किसी भी दिन मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 20 Aug 2021 01:14 AM (IST)Updated: Fri, 20 Aug 2021 07:06 AM (IST)
UP में मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द, जेपी नड्डा व अमित शाह से योगी आदित्यनाथ की मुलाकात से बनी संभावना
गृह मंत्री अमित शाह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिले।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। योगी मंत्रिमंडल में विस्तार और फेरबदल को चल रहा अटकलों का सिलसिला अब थमने का वक्त आ गया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल की मुलाकात के बाद यह संभावना मजबूत हो गई है कि प्रदेश नेतृत्व के दिल्ली से लौटते ही किसी भी दिन मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। बताया जा रहा है कि विधान परिषद सदस्य के लिए भी चार नामों पर सहमति बन गई है।

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उत्तर प्रदेश सरकार में अभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कुल 53 मंत्री हैं। इनमें 23 कैबिनेट, नौ राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 21 राज्यमंत्री हैं। मानक के अनुसार साठ मंत्री बनाए जा सकते हैं, इसलिए सात और मंत्री बनाए जाने की गुंजाइश है। अब विधानसभा चुनाव में कुछ माह ही बचे हैं। सरकार और संगठन, दोनों ही जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाने की नीति-रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसी सोच के साथ मंत्रिमंडल विस्तार पर विचार-विमर्श शुरू हुआ। इसके साथ ही चार एमएलसी मनोनीत किए जाने हैं।

मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही एमएलसी मनोनयन की प्रक्रिया भी रुकी है। चर्चा यही है कि नए एमएलसी में से भी एक-दो को मंत्री बनाया जा सकता है, इसलिए हर तरह से समीकरण पर विचार किया जा रहा है। जिस तरह से विधानमंडल सत्र स्थगित होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल दिल्ली पहुंचे, उससे ही संभावनाओं ने जोर पकड़ लिया कि मानसून सत्र के लिए ही प्रक्रिया रुकी थी। सूत्रों के अनुसार, नड्डा और शाह के साथ हुई मुलाकात में मंत्रिमंडल विस्तार और एमएलसी बनाए जाने के लिए चार नामों पर सहमति बन गई है। अब दिल्ली से लौटकर किसी भी दिन नामों की घोषणा हो सकती है।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के यह तीनों शीर्ष नेता जुलाई में भी दिल्ली जाकर राष्ट्रीय नेतृत्व से मिले थे। इधर, एमएलसी और मंत्री बनने की दौड़ में शामिल निषाद पार्टी के अध्यक्ष डा. संजय निषाद की मुलाकात भी नड्डा और शाह से हाल ही में हुई है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के साथ ही ब्राह्मण और संगठन के संघर्षशील कार्यकर्ता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। योगी मंत्रिमंडल में महिला मंत्री की भागीदारी बढ़ाई जा सकती है। इसके लिए संभावना है कि पार्टी इस एक मनोनयन में महिला के साथ ही दलित या पिछड़े का भी कोटा पूरा कर दे।

ओबीसी में शामिल हो सकती हैं कुछ जातियां : सूत्रों ने बताया कि भाजपा प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व की इस अहम मुलाकात में आरक्षण के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। केंद्र सरकार से राज्यों को मिले अधिकार के तहत प्रदेश की कुछ सामान्य वर्ग में शामिल जातियों को पिछड़े में शामिल किया जा सकता है और 17 अतिपिछड़ों को अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल करने प्रक्रिया पहले से संभावित है।


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