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सीएम योगी ने मुजफ्फरनगर दंगे को लेकर सपा पर किया तीखा हमला, बोले- मरे किसान, सम्मानित हुए दंगाई

भाजपा के किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना मूल्य बकाया के लिए पिछली सरकारों को कोसने के साथ ही उन्होंने जाट बेल्ट के किसानों को मुजफ्फरनगर दंगा याद दिलाते हुए सपा सरकार पर तीखा हमला बोला।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sun, 26 Sep 2021 08:49 PM (IST)Updated: Sun, 26 Sep 2021 08:50 PM (IST)
सीएम योगी ने मुजफ्फरनगर दंगे को लेकर सपा पर किया तीखा हमला, बोले- मरे किसान, सम्मानित हुए दंगाई
भाजपा किसान मोर्चा के किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। कृषि कानूनी विरोधी आंदोलन को समर्थन देकर खास तौर पर जिस पश्चिमी उत्तर प्रदेश की धरती को विपक्षी दल गर्माना चाहते हैं, वहां के किसानों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुराने दिन याद दिलाना नहीं भूले। गन्ना मूल्य बकाया के लिए पिछली सरकारों को कोसने के साथ ही उन्होंने जाट बेल्ट के किसानों को मुजफ्फरनगर दंगा याद दिलाते हुए सपा सरकार पर तीखा हमला बोला। कहा कि उस दंगे में किसानों ने जान गंवाई थी और तत्कालीन सरकार ने दंगाइयों को सम्मानित किया था। सीएम योगी ने हुंकार भरी कि आज दंगाइयों को पता है कि दंगा किया तो सात पीढ़ियों उसकी भरपाई नहीं कर पाएंगी।

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भाजपा किसान मोर्चा द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन में उमड़ी किसानों की भीड़ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार को आपकी ताकत का अहसास है। जब दुनिया सोती है, तब आप पसीना बहाकर धरती से उन्न उगाते हैं। उस अन्न के बिना मानव सृष्टि की कल्पना नहीं की जा सकती। इसके साथ ही योगी विपक्ष पर हमलावर हो गए। बोले कि 2004 से 2014 के बीच का शासन देश-प्रदेश के लिए अंधकार युग था। विकास रुका था, अराजकता और गुंडागर्दी थी। किसान आत्महत्या कर रहा था और गरीब भूख से मर रहा था। 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण करने के साथ देश का भाग्य उदय हुआ।

केंद्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न किसान हित संबंध योजनआों का उल्लेख करते हुए योगी ने कहा कि किसानों के चेहरे पर खुशहाली आई तो प्रदेश में खुशहाली आई। फिर पुराने दिनों का जिक्र किया कि 2017 में भाजपा सरकार बनी, तब तक गन्ना किसानों के चेहरे पर निराशा थी। सपा सरकार ने 11 चीनी मिलें बंद कर बेच डाली थीं। आठ वर्षों का गन्ना मूल्य भुगतान लंबित था। किसान आत्महत्या कर रहे थे, लेकिन सपा-बसपा चुप थीं, क्योंकि उसमें लिप्त थीं। कांग्रेस को जनता ने बोलने लायक पहले ही नहीं छोड़ा। उन्होंने दावा कि 2017 से 2021 के बीच किसी किसान ने आत्महत्या नहीं की। भूख से कोई मौत नहीं हुई। नई चीनी मिलें चलीं, कृषि उपज की रिकार्ड खरीद हुई, रिकार्ड गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ।

देश और प्रदेश के राजकुमार से पूछें उनके काम : भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि एक राजकुमार देश में हैं और एक प्रदेश में। किसानों की बहुत बात कर रहे हैं। इनके परिवारों ने लंबा शासन किया है। किसानों को इनसे पूछना चाहिए कि बाण सागर परियोजना लंबित थी, तब वह कहां थे? किसान यूरिया के लिए लाठी खाते थे, तब उनका परिवार कहां था? उनसे आंकड़ें पूछें कि उनके शासनकाल में कितना धान खरीदा गया? कितनी चीनी मिलें बंद हुई और कितनी चलाई गईं।

सैफई खानदान ने प्रदेश को लूटा : पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पुराने हाल का जिक्र करते हुए कहा कि आज किसी की हैसियत दंगा करने की नहीं है। जो दंगा करेगा, वह मरेगा। सैफई खानदान पर प्रदेश को लूटने का आरोप लगाते हुए किसानों से कहा कि आप भाजपा को वोट देते हैं तो वह राष्ट्र को मजबूत करता है। वह वोट मंदिर निर्माण के पक्ष में होता है।

...लेकिन अल्लाह हू अकबर नहीं बोला वीर गोकुला : भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राजकुमार चाहर ने किसानों को राकेश टिकैत द्वारा अल्लाह हू अकबर बोले जाने वाली घटना से जोड़कर भावनाएं झकझोरने का प्रयास किया। प्रसंग सुनाया कि औरंगजेब ने वीर गोकुला जाट को बंदी बनाकर आगरा कोतवाली में अल्लाह हू अकबर बोलने के लिए कहा तो जाट ने जान दे दी, लेकिन वह नहीं बोला। आज किसानों की राजनीति करने वाला अल्लाह हू अकबर कह रहा है। उन्होंने सपा सरकार के पूर्व मंत्री आजम खां पर निशाना साधा।

शाही और राणा ने गिनाई उपलब्धियां : कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही और गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने अपने-अपने विभागों की उपलब्धियां गिनाईं। किसानों का आह्वान किया कि 2022 में पिछली बार से अधिक ताकत से भाजपा सरकार बनवाएं। स्वागत भाषण किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने दिया। मंच पर महिला एवं बाल कल्याण राज्यमंत्री मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह और कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत भी थे।


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