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मेदांता से PGI-Lohia-KGMU की होगी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा : CM योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फीता काटकर किया लखनऊ में डेढ़ हजार करोड़ के निवेश से हुआ मेदांता अस्पताल का शुभारंभ।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 06:34 PM (IST)Updated: Wed, 06 Nov 2019 08:27 AM (IST)
मेदांता से PGI-Lohia-KGMU की होगी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा : CM योगी आदित्यनाथ
मेदांता से PGI-Lohia-KGMU की होगी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा : CM योगी आदित्यनाथ

लखनऊ, जेएनएन। राजधानीवासियों को मुख्यमंंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने मेदांता हॉस्पिटल का तोहफा दिया।अब लोगों को गुडग़ांव की भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। वहीं, सीएम ने राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को लेकर भी आगाह किया। यह कहकर कि अब जनता ही तय करेगी कि इलाज कौन बेहतर करेगा।

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मौका था, शहीद पथ स्थित मेदांता हॉस्पिटल के उद्घाटन का। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  फीता काटकर कहा कि मेदांता ने राज्य के हेल्थ सेक्टर में डेढ़ हजार करोड़ का निवेश किया है। इसमें करीब छह हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इसके अलावा अब राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी। एसजीपीजीआइ, केजीएमयू, लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉक्टर भी मेहनत कर रहे हैं। मेदांता में भी विश्व स्तरीय सुविधाओं का दावा है। सरकार चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र को अपग्रेड करने पर जोर दे रही है। केंद्र सरकार नए एम्स खोल रही है, वहीं राज्य सरकार 14 और मेडिकल कॉलेज खोलने जा रही है। आयुष्मान योजना से छह करोड़ और मुख्यमंत्री आरोग्य योजना से 56 लाख लोगों को पांच लाख रुपये का मुफ्त इलाज किया जा रहा है। 

सरकार की अनुमति से ही लेंगे सरकारी डॉक्टर 

मेदांता के संस्थापक डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा कि अस्पताल को आयुष्मान योजना से जोड़ा जाएगा। सरकार से पैकेज संशोधन की वार्ता चल रही है। गुडग़ांव मेदांता से लखनऊ मेदांता में 10 से 20 फीसद तक सस्ता इलाज मिलेगा। यहां के सरकारी संस्थान के कई डॉक्टर मेदांता आना चाह रहे हैं। इन्हें तभी लिया जाएगा, जब सरकार अनुमति देगी।

 

50 वर्ष का सपना साकार

डॉ. नरेश त्रेहन ने कहा कि 1969 में केजीएमयू से एमबीबीएस किया। यहां मरीज को देखता था। उनमें बीमारी पता होती थी, मगर इलाज की सुविधा नहीं थी। ऐसे में अमेरिका जाकर नई तकनीकों को सीखा और इलाज करने देश वापस लौटा। फिर भी लखनऊ के लिए कुछ करना चाहता था। इस दौरान खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, डीजीपी ओपी सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। 


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