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यूपी में जल्द काबू में आएंगे बालू-मौरंग के दाम, सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ ने खनन व‍िभाग को द‍िए सख्‍त न‍िर्देश

पिछले दिनों पूर्वांचल के कुछ जिलों में मौरंग के दाम 100 रुपये प्रति घन फुट तक पहुंच गए थे। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने तत्काल भवन निर्माण सामग्रियों के मूल्य में अनपेक्षित बढ़ोतरी पर नियंत्रण करने के निर्देश दिए हैं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 04 Sep 2021 06:03 AM (IST)Updated: Sat, 04 Sep 2021 04:12 PM (IST)
यूपी में जल्द काबू में आएंगे बालू-मौरंग के दाम, सीएम योगी आद‍ित्‍यनाथ ने खनन व‍िभाग को द‍िए सख्‍त न‍िर्देश
मुख्यमंत्री ने खनन विभाग को दिए निरीक्षण के निर्देश। जिलाधिकारी भी भंडारण स्थल की करेंगे जांच।

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बालू-मौरंग व गिट्टी के तेजी से बढ़ रहे दामों को तत्काल काबू में लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने खनन विभाग को निरीक्षण कर इस बढ़ोतरी को कम करने के लिए कहा है। वहीं, खनन विभाग भी तत्काल एक्शन में आ गया है। प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को बालू व मौरंग के भंडारण स्थल की जांच करने के लिए कहा गया है। 

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मानसून के दौरान नदियों के किनारे खनन कार्य बंद रहता है। ऐसे में बाजार में भंडारण की बालू व मौरंग ही आती है। पिछले दिनों पूर्वांचल के कुछ जिलों में मौरंग के दाम 100 रुपये प्रति घन फुट तक पहुंच गए थे। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने तत्काल भवन निर्माण सामग्रियों के मूल्य में अनपेक्षित बढ़ोतरी पर नियंत्रण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अनावश्यक भंडारण करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई के लिए कहा है। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की सचिव डा.रोशन जैकब ने बताया कि खनन विभाग भंडारण की नियमित समीक्षा कर रहा है।

भंडारण के ऐसे नियम बनाए गए हैं कि जिससे 30 सितंबर तक सभी को अपने यहां का 90 फीसद स्टाक बाजार में निकालना अनिवार्य है। यदि ऐसा नहीं होता है तो भंडारण का स्टाक जब्त हो जाएगा। पूर्र्वांचल के कुछ जिलों में दाम इसलिए बढ़ गए, क्योंकि बिहार से मौरंग इस बार नहीं आ पाई है। उत्तर प्रदेश में बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, जालौन व फतेहपुर आदि जिलों में मौरंग के भंडारण हैं। वहां से पूर्वांचल के जिलों में मौरंग पहुंचने पर वह महंगी हो जा रही है। भंडारण स्थल पर 20 से 25 रुपये घनफुट ही मौरंग के दाम हैं, लेकिन ढुलाई अधिक होने के कारण दाम बढ़ रहे हैं। इसे कम करने के उपाय किए जा रहे हैं।

केवल 35 फीसद हुई मौरंग की उठान : इस बार प्रदेश के 10 जिलों में मौरंग भंडारण के 228 लाइसेंस दिए गए थे। इनमें करीब 68.26 लाख घन मीटर मौरंग का भंडारण हुआ था। मानसून सत्र जुलाई, अगस्त व सितंबर में इन्हीं भंडारण स्थल से मौरंग व बालू बाजार में आती है। पिछले दो माह में मौरंग की केवल 35 फीसद ही उठान हुई है। अब तक लगभग 23.9 लाख घन मीटर मौरंग ही बाजार में पहुंची है। भंडार गृहों में अब भी करीब 44.36 लाख घन मीटर मौरंग बची हुई है। लाइसेंस धारकों को इसे 30 सितंबर तक खत्म करना होगा। 


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