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रास्ते में टेंट डालकर सेना ने खड़ी की दीवार... आक्रोश‍ित नागरिकों ने देर रात ग‍िरा दी, रक्षामंत्री को भेजा पत्र

लॉकडाउन के नाम पर 21 मार्च से बंद किया गया था रास्ता। लॉकडाउन के नाम पर बंद रास्‍ते पर सेना ने गुपचुप तरीके से दीवार खड़ी कर दी थी।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 13 Jun 2020 09:05 AM (IST)Updated: Sat, 13 Jun 2020 09:05 AM (IST)
रास्ते में टेंट डालकर सेना ने खड़ी की दीवार... आक्रोश‍ित नागरिकों ने देर रात ग‍िरा दी, रक्षामंत्री को भेजा पत्र
रास्ते में टेंट डालकर सेना ने खड़ी की दीवार... आक्रोश‍ित नागरिकों ने देर रात ग‍िरा दी, रक्षामंत्री को भेजा पत्र

लखनऊ, जेएनएन। लॉकडाउन के नाम पर बंद किए गए रास्ते पर सेना ने शुक्रवार को गुपचुप तरीके से दीवार खड़ी करनी शुरू कर दी। टेंट की आड़ में हो रहे निर्माण की भनक लगते ही निलमथा में रहने वाले कई पूर्व सैनिक आ गए। उन्होंने रास्ता स्थायी रूप से बंद किए जाने का विरोध किया। मामला इतना बढ़ा कि सेना ने रेसकोर्स की तरफ से निलमथा जाने वाले अस्थायी रास्ते को बंद कर दिया। इस दौरान अस्पताल जा रहे एक बच्चे की हालत बिगड़ गई। उसे किसी तरह तेलीबाग होकर अस्पताल भेजा गया। जबकि, निलमथा के नागरिकों ने इसे नियम विपरीत कार्रवाई बताते हुए सेना का टेंट उखाड़ दिया। निर्माणाधीन दीवार को ढहा दिया गया। सूचना मिलने पर सेना के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे।

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दरअसल, निलमथा की करीब डेढ़ लाख की आबादी में अधिकांश पूर्व सैनिक, सेवारत जवान और उनका परिवार है। करीब आठ सौ बच्चे आर्मी पब्लिक स्कूल की तीनों शाखाओं और केंद्रीय विद्यालय में पढ़ते हैं। स्थानीय निवासी व पूर्व सैनिक संस्थान के अध्यक्ष पीपी पंत ने बताया कि सर्वे ऑफ इंडिया के नक्शे में यह सुलतानपुर-नगराम मार्ग है, जोकि पीडब्ल्यूडी में आती है। सेना ने 11 जीआरआरसी के बाहर से गुजरने वाली इस रोड को जनता कफ्र्यू से एक दिन पहले ही 21 मार्च को कंटीले तार लगाकर बंद कर दिया था।

बुधवार सुबह सेना ने रास्ते पर गुपचुप तरीके से दीवार खड़ी कर उसे बंद करने के लिए टेंट लगाकर ढंक दिया, जिससे कोई गतिविधि न देख सके। शुक्रवार को सेना ने दीवार खड़ी करनी शुरू कर दी, जिसका विरोध किया गया। इस मामले को लेकर रक्षा मंत्री को भी पत्र भेजा गया है। वहीं, मध्य कमान मुख्यालय की जनसंपर्क अधिकारी गार्गी मलिक सिन्हा का कहना है कि उनको सेना की ओर से रास्ता बंद किए जाने की जानकारी नहीं है। 


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