Civil Service Preliminary Exam 2020: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर बीमा पर पूछे सवाल
Civil Service Preliminary Exam 2020 भारतीय कृषि एवं पर्यावरण से जुड़े सवालों ने अभ्यर्थियों को दी राहत। गणित और रीजनिंग के सवालों ने किया परेशान। परीक्षा में 41 हज़ार परीक्षार्थी शामिल। 91 केंद्रों पर सिविल सेवा की (प्रिलिमनरी) परीक्षा आयोजित की गई।
लखनऊ, जेएनएन। Civil Service Preliminary Exam 2020: विकास के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का किस क्षेत्र में प्रभावी इस्तेमाल किया जा सकता है? विकल्प थे, औद्योगिक इकाइयों में बिजली की खपत कम करने में, सार्थक लघु कहानियों और गीतों की रचना करने में, रोगों के निदान में, टेक्स्ट से स्पीच परिवर्तन में और विद्युत ऊर्जा का बेतार संचरण में....कुछ ऐसे ही सवाल पूछे गए थे सिविल सेवा (प्रिलिमनरी) परीक्षा में।
रविवार को शहर के 91 केंद्रों पर सिविल सेवा की (प्रिलिमनरी) परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि इस बार भारतीय कृषि व्यवस्था पर आधारित अधिक सवाल पूछे गए थे। इसके तहत कृषि व पर्यावरण संबंधी अधिक सवाल पूछे गए थे। सीसैट में अंग्रेजी और गणित में रीजनिंग के सवाल कठिन थी।
न्यू पब्लिक इंटर कॉलेज आशियाना से परीक्षा देकर निकली अनु ने बताया कि कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (सीपीआई), होल सेल प्राइस इंडेक्स से जुड़े सवाल भी पूछे गए थे। इसके अलावा साइबर बीमा पर आधारित सवाल भी पूछा गया था।
परीक्षार्थी दिव्यांशु ने बताया कि पहला और दूसरा प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन पर आधारित सवालों पर था। पूछा गया। दिव्यांशु के मुताबिक परीक्षा में पूछे गए सवाल बहुत कठिन भी नहीं थे और बहुत आसान भी नहीं। परीक्षार्थी अनुज ने बताया कि इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आइएमएफ) से भी सवाल आया। इसके अतिरिक्त यह भी सवाल पूछा गया कि हाल के दिनों में कौन-कौन सी नीतियों ने चावल के मूल्यों को प्रभावित किया?
परीक्षार्थियों के मुताबिक पहली पाली के प्रश्नपत्र में अर्थशास्त्र व कृषि से संबंधित कई प्रश्न रहें। जैसे दलहन कहां होती है? फर्रुखाबाद से परीक्षा देने आए अजीत कुमार औऱ अमेठी के आलोक ने बताया कि द्वितीय पाली के प्रश्नपत्र में पैसेज के प्रश्नों को हल करने में काफी दिक्कत हुई। इसके अलावा गणित और रिजनिंग के प्रश्नों ने भी काफी घुमाया।
वहीं, पुरनियां से परीक्षा देने पहुंचे सचिन और जौनपुर के सौरभ यादव ने बताया कि प्रश्नपत्र सामान्य था। बॉक्स हाथ सैनिटाइज कर क्लास में इंट्री द ओफ पब्लिक इंटर कॉलेज में सुबह आठ बजे ही अभ्यर्थियों की भीड़ जुटी। साढ़े आठ से सेंटर में प्रवेश की अनुमति मिली। गेट के बाहर भीड़ में लोग जमा दिखे। वहीं गेट में एक-एक कर इंट्री मिली। क्लास में हाथ को सैनिटाइज करके अभ्यर्थी गए। वहीं छह फ़ीट की दूरी पर अभ्यर्थी बैठाए गए। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक गैजेट प्रतिबंधित रहे। 9:20 तक सुबह की पाली में प्रवेश की अनुमति रही। बाहर पुलिस का कड़ा पहरा रहा। राजकीय जुबिली इंटर कॉलेज में कोरोना संक्रमण के प्रोटोकॉल का पालन होता दिखा। दो से तीन कक्षों के बीच में एक जैमर लगाया गया था। अभ्यर्थियों का ट्रेम्परेचर चेक करने और हाथ सैनिटाइज करने के बाद भी परिसर में प्रवेश दिया जा रहा था। जिन अभ्यर्थियों के पास मास्क नहीं थे उन्हें केन्द्र पर मास्क मुहैया कराया गया।
परीक्षा में 41 हज़ार परीक्षार्थी शामिल
राजधानी में हुई संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा (प्रिलिमिनरी) परीक्षा के लिए करीब 43 हज़ार 961 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिनमें करीब 41 हज़ार परीक्षार्थी ही शामिल हुए। परीक्षा दो पालियों में हुई। पहली पाली सुबह 9:30 से 11:30 और दूसरी पाली दोपहर 2:30 से 4:30 तक। केंद्र पर पहुंचे परीक्षार्थियों को शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए प्रवेश दिया गया। परीक्षा को लेकर प्रत्येक केंद्र पर दो ऑब्जर्वर तैनात किये गए थे, ताकि शारीरिक दूरी समेत कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराया जा सके।