English Medium School में अंग्रेजी में बात नहीं कर पाए पांचवीं के बच्चे, निरीक्षण में खुली पोल Lucknow News
अपर परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान के निरीक्षण में खुली लखनऊ के परिषदीय विद्यालयों की कलई। शिक्षकों पर जताई नाराजगी बोली अगली बार मिली खामियां तो होगी कड़ी कार्रवाई।
लखनऊ, जेएनएन। शासन के निर्देश पर राजधानी में अंग्रेजी को बढ़ावा देने के लिए शासन ने 108 परिषदीय स्कूलों को इंग्लिश मीडियम बनाया था। बीकेटी के सरैंया स्थित इंग्लिश मीडियम विद्यालय में शनिवार को अपर परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान डॉ. सरिता तिवारी के औचक निरीक्षण में पांचवीं के बच्चे उनसे अंग्रेजी में बात नहीं कर सके। जो शिक्षकों की कार्यशैली पर सवािलिया निशान लगता है।
इस पर अपर परियोजना निदेशक ने नाराजगी भी जताई पर किसी जिम्मेदार पर कोई कार्रवाई नहीं की और चेतावनी देकर छोड़ दिया। हालांकि बच्चे अंग्र्रेजी की किताब टूटे फूटे शब्दों में पढ़ पा रहे थे। अंग्रेजी में बातचीत न कर पाने के कारण अपर परियोजना निदेशक ने नाराजगी जताते हुए शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्य को चेतावनी देते हुए कहा कि अगले निरीक्षण में बच्चों में अंग्रेजी में बात नहीं की तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने शिक्षिकाओं को बच्चों से अंग्रेजी में ही बातचीत करने के निर्देश दिए। इस दौरान अखंड प्रताप सिंह वरिष्ठ विशेषज्ञ राज्य परियोजना, निधि शर्मा मंडलीय समन्वयक एमडीएम व अन्य अधिकारी मौजूद रहें। निरीक्षण के दौरान स्कूल में बच्चों की संख्या कम थी। इस पर वरिष्ठ विशेषज्ञ ने कहा कि जिस दिन बच्चे कम आएं तो उनके अभिभावकों से फोन पर बात कर पूछताछ करें कि बच्चे किस कारण से नहीं आए हैं।
लाइब्रेरी और साफ सफाई देख की सराहना
हालांकि सरैंया उच्च प्राथमिक विद्यालय में निरीक्षण के दौरान अपर परियोजना निदेशक ने जब लाइब्रेरी देखी तो वह खुश हो गईं। लाइब्रेरी में करीब सौ किताबें व्यवस्थित ढंग से लगी हुई थी। उनमें कवर चढ़ा हुआ था। इसके अलावा परिसर में साफ सफाई की समुचित व्यवस्था देख उन्होंने सराहना भी की।
शिक्षिकाओं के मोबाइल पर प्रेरणा एप डाउनलोड कर सेंड कराई फोटो
इंदौराबाद प्रथम और द्वितीय स्थित विद्यालय में टीम निरीक्षण करने पहुंची। वहां पर शिक्षिकाओं के मोबाइल में एप डाउनलोड नहीं था। इस पर मंडलीय समन्वयक एमडीएम निधि शर्मा ने शिक्षिकाओं के मोबाइल में प्रेरणा एप अपने सामने डाउनलोड कराया। उन्होंने शिक्षिकाओं को बताया कि फोटो आप सिंगल और ग्रुप अथवा बच्चों के साथ एप पर कैसे भेजें, ऑफलाइन डिटेल्स कैसे भेजी जाती हैं। पूरी जानकारी देकर अपने सामने शिक्षिकाओं से फोटो एप पर डलवाकर प्रैक्टिकल जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद शिक्षिकाओं ने काफी राहत महसूस की।