Move to Jagran APP

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020: सीएम योगी ने कहा- नई शिक्षा नीति से समृद्ध होगा छात्रों का व्यावहारिक व तकनीकी ज्ञान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वित होने से विद्यार्थी किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहेंगे बल्कि उनका व्यावहारिक व तकनीकी ज्ञान भी समृद्ध होगा। नई शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए राज्य सरकार के सभी संबंधित विभागों ने कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 04 Nov 2020 10:26 AM (IST)Updated: Wed, 04 Nov 2020 10:26 AM (IST)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020: सीएम योगी ने कहा- नई शिक्षा नीति से समृद्ध होगा छात्रों का व्यावहारिक व तकनीकी ज्ञान
सीएम योगी ने कहा- नई शिक्षा नीति से समृद्ध होगा छात्रों का व्यावहारिक व तकनीकी ज्ञान

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वित होने से विद्यार्थी किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि उनका व्यावहारिक व तकनीकी ज्ञान भी समृद्ध होगा। नई शिक्षा नीति को अमल में लाने के लिए राज्य सरकार के सभी संबंधित विभागों ने कार्यवाही प्रारंभ कर दी है। वह मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने के बारे में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास और अन्य शिक्षाविदों के साथ विचार-विमर्श कर रहे थे।

loksabha election banner

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से तीन वर्षों में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 50 लाख विद्यार्थियों के बढ़ने से अब उनकी संख्या 1.8 करोड़ हो गई है। ऑपरेशन कायाकल्प के जरिये 1.58 लाख परिषदीय विद्यालयों को बुनियादी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इनमें पढ़ने वाले बच्चों को यूनिफॉर्म, स्कूल बैग, पुस्तकें, जूता-मोजा, स्वेटर निश्शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मौजूदा सरकार के प्रयासों से माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन बनाया गया है। हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट परीक्षाओं को सीमित समयावधि में संपन्न कराकर परीक्षा फल भी घोषित किया गया है। उच्च शिक्षा में निजी क्षेत्र में विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए एक्ट बनाया गया है। शिक्षकों के निष्पक्ष और पारदर्शी चयन के लिए शिक्षा सेवा आयोग का गठन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में व्यावसायिक और औपचारिक शिक्षा को जोड़ने के उद्देश्य से यू-राइज पोर्टल प्रारंभ किया गया है। कृषि विश्वविद्यालयों को कृषि विज्ञान केंद्रों से जोड़ा गया है। एक जिला एक उत्पाद योजना के माध्यम से सभी जिलों के विशिष्ट उत्पादों की तकनीक, डिजाइन, मार्केटिंग, ब्रांडिंग आदि में सहायता की जा रही है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से परंपरागत हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षण, टूल किट व बैंक के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराया गया है।

उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने की दिशा में उठाये गए कदमों की जानकारी दी। परिचर्चा के दौरान नई शिक्षा नीति को अमली जामा पहनाने के बारे में बेसिक, माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक तथा व्यावसायिक शिक्षा व कौशल विकास विभागों के अलावा नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग की ओर से भी भी प्रस्तुतीकरण किया गया।

विद्यालय स्तर पर गठित हों परामर्श केंद्र : शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए न्यास ने भी समिति गठित की है जिसकी रिपोर्ट जल्दी आएगी। नीति को लागू करने में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय तथा जिला स्तर पर कमेटियों का गठन भी उपयोगी होगा। विद्यार्थियों के लिए विद्यालय स्तर पर परामर्श केंद्र का गठन उपयोगी हो सकता है, जिसमें कॅरियर काउंसिङ्क्षलग के साथ ही उनकी व्यक्तिगत और किशोरवय की समस्याओं का निदान किया जाए। कोरोना काल में शिक्षा के लिए उन्होंने दो-दो दिन ऑनलाइन व ऑफलाइन तथा एक दिन प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर शिक्षण कार्य प्रारंभ करने का सुझाव दिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.