मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- कोरोना वायरस संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए करें सभी प्रयास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में अब तक कोविड-19 के 50 लाख 80 हजार से अधिक टेस्ट किए जाने पर संतोष जताते हुए मेडिकल टेस्टिंग को और रफ्तार देने के लिए कहा है।
लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में अब तक कोविड-19 के 50 लाख 80 हजार से अधिक टेस्ट किए जाने पर संतोष जताते हुए मेडिकल टेस्टिंग को और रफ्तार देने के लिए कहा है। साथ ही इस बात पर जोर दिया है कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए अधिकारी सभी प्रयास करें। इसमें सर्विलांस और डोर टू डोर सर्वे की महत्वपूर्ण भूमिका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर गुरुवार को आयोजित बैठक में कहा कि कोविड अस्पतालों में वेंटिलेटर सहित सभी मेडिकल उपकरण चालू स्थिति में रहें। ऑक्सीजन का 48 घंटे का बैकअप भी अनिवार्य रूप से रहे। उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों में हाई फ्लो नेजल कैन्युला (एचएफएनसी) का अच्छा रिस्पांस देखने में आया है। इस उपचार विधि को भी सतत जारी रखा जाए। लखनऊ, कानपुर नगर, गोरखपुर और शाहजहांपुर में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के सभी बाजारों की साप्ताहिक बंदी शनिवार व रविवार को ही रहेगी। राज्य में प्रत्येक शनिवार और रविवार को स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इन कार्यों से जहां कोरोना की चेन को तोड़ने में मदद मिल रही है, वहीं संचारी रोगों पर भी प्रभावी नियंत्रण हो रहा है। उन्होंने जिलाधिकारियों को बाजारों की साप्ताहिक बंदी सख्ती से लागू कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना और मुख्य सचिव आरके तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बाढ़ से बचाव को गांवों में कराएं मुनादी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिले के वरिष्ठ अधिकारी तटबंधों व बांधों का निरीक्षण करें और उन्हें सुरक्षित रखने के सभी उपाय किये जाएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि नदियों के जल स्तर की लगातार निगरानी की जाए तथा आसपास के गांवों में पानी भरने से पहले ही मुनादी कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों या बाढ़ शरणालयों में ले जाया जाए। वर्तमान में प्रदेश के 17 जिलों में बाढ़ का कहर है, जिनमें अंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रुखाबाद, गोंडा, गोरखपुर, कासगंज, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मऊ, शाहजहांपुर और सीतापुर शामिल हैं। इन जिलों के 893 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 12 तथा एसडीआरएफ व पीएसी की 17 टीमें तैनात की गई हैं।