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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- पारंपरिक कारीगर समृद्ध होंगे तो खुशहाल बनेगा समाज

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में तीन नई श्रेणियों भड़भूजा धोबी और शिल्पकार को भी शामिल करने की घोषणा की।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 11:43 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 07:57 AM (IST)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- पारंपरिक कारीगर समृद्ध होंगे तो खुशहाल बनेगा समाज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- पारंपरिक कारीगर समृद्ध होंगे तो खुशहाल बनेगा समाज

लखनऊ, जेएनएन। विश्वकर्मा जयंती पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कारीगरों और शिल्पियों के हुनर को प्रोत्साहित किया। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में टूल किट का वितरण किया और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत प्रदेश भर में 4500 लाभार्थियों को 60 करोड़ रुपये का ऋण बांटा गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में तीन नई श्रेणियों भड़भूजा, धोबी और शिल्पकार को भी शामिल करने की घोषणा की।

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उत्तर प्रदेश भर में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) विभाग द्वारा टूल किट और ऋण वितरण कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑनलाइन संबोधित किया। प्रतीक स्वरूप दस लाभार्थियों को उन्होंने टूल किट और ऋण स्वीकृति पत्र भी सौंपे। सीएम योगी ने कहा कि अर्थव्यवस्था और समाज की व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण विभिन्न ट्रेड के हस्तशिल्पियों, कारीगरों व अन्य पारंपरिक उद्योगों से जुड़े लोगों को वर्तमान सरकार ने समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया है। पहले यह लोग उपेक्षित थे। उनके पास हुनर था, लेकिन मंच नहीं था। कौशल था, लेकिन प्रोत्साहन नहीं था। राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना और एक जिला एक उत्पाद योजना लागू की, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को लाभान्वित किया गया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा कि पारंपरिक हस्तशिल्पी व कारीगर जब खुशहाल व समृद्ध होंगे, तभी समाज खुशहाल होगा और अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। प्रशिक्षण एवं टूल किट प्राप्त कर चुके लाभार्थियों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से जोड़ा जा रहा है, ताकि कारीगर अपना व्यवसाय शुरू कर अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-2020 में 19,938 कारीगरों को विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण दिया गया। वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 1,12,889 आवेदन आए हैं, जिसमें से 20 हजार को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। शेष आवेदकों को भी इसी वर्ष प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।

कार्यक्रम को एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल व अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल सहित विभिन्न बैंकों के महाप्रबंधक व प्रबंधक उपस्थित थे।

बीस लाख एमएसएमई इकाइयों को देंगे ऋण : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 20 लाख एमएसएमई इकाइयों को ऋण दिया जाएगा। केंद्र सरकार के आर्थिक पैकेज के तहत प्रदेश के 10 लाख स्ट्रीट वेंडरों को लाभान्वित कराने का लक्ष्य रखते हुए उन्होंने कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। योगी ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा पांच एंबुलेंस उपलब्ध कराने पर धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने आगरा के गजेंद्र सिंह (बढ़ई), झांसी की नीतू (सुनार), बिजनौर के उदित कुमार राजपूत (हलवाई), भदोही के प्रमोद कुमार (हलवाई) और गाजियाबाद के महेश कुमार (कुम्हार) से संवाद भी किया।


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