सीएम योगी ने कहा- यूपी को बिजनेस का नया डेस्टिनेशन बनाने में उपयोगी होगा ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर यूपी को बिजनेस का नया डेस्टिनेशन बनाने में उपयोगी भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह देश और प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उत्तर प्रदेश के हर छोटे-बड़े उद्योग को इस कॉरिडोर से लाभ मिलेगा।
लखनऊ, जेएनएन। केंद्र सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी परियोजना 'ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर' के पहले 351 किलोमीटर लम्बे रेल खंड न्यू भाऊपुर-न्यू खुर्जा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित कर उत्तर प्रदेश को बड़ी सौगात दी है। यह रेलखंड 5,750 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। खासतौर पर मालवाहक ट्रेनों के लिए बनाये जा रहे 1,856 किलोमीटर लम्बे 'ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर' का 55 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश में है। साथ ही इस कॉरिडोर के परिचालन के लिए विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीकि से लैस परिचालन नियंत्रण केंद्र (ओसीसी) प्रयागराज में स्थापित किया गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह देश और प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उत्तर प्रदेश के हर छोटे-बड़े उद्योग को इस कॉरिडोर से लाभ मिलेगा। यूपी का विकास होगा, तो देश का भी विकास होगा। उत्तर प्रदेश जैसे लैंडलाक्ड राज्य के लिए फ्रेट कॉरिडोर के महत्व को समझ सकते हैं। इसका 55 फीसदी हिस्सा उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में वेस्टर्न और ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर का जंक्शन भी है, जो प्रदेश में स्थित औद्योगिक इकाइयों के लिए अत्यधिक लाभकारी होगा। ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजित करने का मौका भी मिलेगा। इस सेक्शन की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बन रहे प्रोडक्ट को आगे तक पहुंचाया जा सकेगा। 11 सालों से चली आ रही इस परियोजना में जो गति बीते 5-6 सालों में आई, वह अभूतपूर्व है। इस गति के कारण ही न केवल यह फ्रेट कॉरिडोर अपने समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ेगा, बल्कि इसका लाभ देश के एक बड़े भू-भाग को मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 'वंदे भारत' व 'तेजस' ट्रेने संचालित है। चार सालों के दौरान प्रदेश में मानव रहित फाटक हटाए गए हैं, जिससे बड़ी संख्या में जान-माल की हानि व दुर्घटना को रोकने में सफलता मिली है। छह हजार से अधिक नई रेल लाइन, अमान परिवर्तन और डबलिंग की परियोजनाओं का काम तेजी से हो रहा है। इससे यात्रियों को बेहतर व त्वरित लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल कोविड-19 के कालखंड में किस तरह जीवनदायी हो सकती है, यह उस वक्त देखने को मिला जब 40 लाख प्रवासियों को सुरक्षित उत्तर प्रदेश में पहुंचाने में रेलवे ने अभूतपूर्व योगदान दिया। इससे अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का भारतीय रेल पर विश्वास बढ़ा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर' उत्तर प्रदेश को इनवेस्टमेंट और बिजनेस का नया डेस्टिनेशन बनाने में उपयोगी भूमिका निभाएगा। यूपी में 29 एयरपोर्ट का विकास, पांच नये एक्सप्रेस-वे का निर्माण, सड़कों का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण और वाराणसी-हल्दिया के बीच 1,390 किमी. लंबे जलमार्ग के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ है। गौतमबुद्ध नगर जिले के दादरी में 'ईस्टर्न कॉरिडोर' और 'वेस्टर्न कॉरिडोर' का जक्शन बनाया जा रहा है। विश्वस्तरीय कनेक्टिविटी के हर क्षेत्र जलमार्ग, वायुमार्ग, सड़क मार्ग और ट्रेन मार्ग में उत्तर प्रदेश नम्बर वन बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
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