सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- प्लास्टिक पर रोक से ही सफल होगा स्वच्छता व सैनिटाइजेशन अभियान
कोरोना और संचारी रोगों का संक्रमण रोकने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने स्वच्छता और सैनिटाइजेशन को बड़े पैमाने पर चलाने की पूरी रूपरेखा बना ली है।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना और संचारी रोगों का संक्रमण रोकने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने स्वच्छता और सैनिटाइजेशन को बड़े पैमाने पर चलाने की पूरी रूपरेखा बना ली है। इसी के तहत अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्लास्टिक के उपयोग को भी हतोत्साहित करने की बात कही है। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निर्धारित मानक से कम की प्लास्टिक पर लगे प्रतिबंध को कड़ाई से लागू कराएं। गुरुवार को कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने लखनऊ, कानपुर नगर, अमरोहा और झांसी में विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा है।
बुधवार को लोकभवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक शनिवार और रविवार को स्वच्छता व सैनिटाइजेशन का अभियान पूरे प्रदेश में प्रभावी ढंग से चलाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि नोडल अधिकारी इस पर नजर रखें। स्वच्छता और सैनिटाइजेशन के अभियान की सफलता तभी संभव है, जब आम जनता के बीच प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शासनादेश का पालन कराते हुए प्रदेश के सभी बाजार सप्ताह में पांच दिन सुबह नौ से रात नौ बजे तक खुलवाना सुनिश्चित करें।
न्याय पंचायत स्तर पर हो आकाशीय बिजली का अलर्ट : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकाशीय बिजली से होने वाली जनहानि को रोकने के लिए तकनीक के इस्तेमाल का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि यह तकनीक ऐसी हो, जिससे न्याय पंचायत स्तर पर अलर्ट जारी कर लोगों की जान बचाई जा सके।
यूरिया के साथ किसानों को मिलेगी कृषि सलाह : पूर्वांचल में उर्वरक की उपलब्धता को सुलभ बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने सरकारी आवास से यूरिया की बिक्री का शुभांरभ किया। उन्होंने कहा कि सरकार कृषि कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए यूरिया की उपलब्धता के साथ किसानों को खेती संबंधित सलाह भी दी जाएगी। हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के सीडिंग कार्यक्रम के तहत यूरिया रैक गोरखपुर पहुंचने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीएम योगी ने किसानों के हित चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि एक वर्ष के भीतर एचयूआरएल गोरखपुर संयंत्र को आरंभ कर देगी। इससे उत्पादित यूरिया पूर्वांचल के किसानों का उर्वरक संबंधित संकट समाप्त कर देगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि यूरिया उपलब्ध कराने के साथ एचयूआरएल किसानों को खेती संबंधित जानकारी, मौसम का पूर्वानुमान, आधुनिक तकनीक, जैविक फसल चक्र और फसल संरक्षण के बारे में भी बताएगा।
यूरिया उत्पादन की तीन इकाइयों का पुनर्निर्माण : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि एचयूआरएल द्वारा गोरखपुर के साथ बिहार में बरौनी व झारखंड के सिंदरी में यूरिया उत्पादन की तीन इकाइयों का पुनर्निर्माण कराया जा रहा है। गोरखपुर का खाद संयंत्र जून 1990 में बंद हो गया था, जिसके लिए 26 वर्ष बाद जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुनर्निर्माण की आधारशिला रखी थी। सीएम योगी ने कहा कि बंद मिलों व कारखानों के कारण पलायन की समस्या जटिल हो गई थी, जबकि भाजपा शासन में उन्हें फिर से चलाया जा रहा है। उन्होंने कोरोना संकट में भी एचयूआरएल द्वारा निर्माण कार्य जारी रखने को सराहा। इस अवसर पर एचयूआरएल के एमडी अरुण कुमार गुप्ता ने कंपनी क्रमिक विकास की जानकारी दी और परियोजना के समय से पूरा करने के संकल्प को दोहराया। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था की अध्यक्ष रेखा वर्मा, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी समेत अन्य प्रमुख अधिकारी मौजूद थे।