Move to Jagran APP

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- कोरोना की तरह की संचारी रोग से भी डटकर करेंगे मुकाबला

उत्तर प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही योगी सरकार बुधवार से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के द्वितीय चरण की शुरुआत कर दी गई है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 10:30 AM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 08:55 PM (IST)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- कोरोना की तरह की संचारी रोग से भी डटकर करेंगे मुकाबला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- कोरोना की तरह की संचारी रोग से भी डटकर करेंगे मुकाबला

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण पर मजबूत वार करने के बाद अब यूपी ने संचारी रोग पर भी प्रभावी नियंत्रण के लिए भी कमर कस ली है। मानसून की दस्तक के साथ ही योगी सरकार बुधवार से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के द्वितीय चरण शुरुआत कर दी गई है। एक से 31 जुलाई तक चलने वाले स्वास्थ्य विभाग के इस अभियान का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना की तरह ही संचारी रोग से भी डटकर मुकाबला किया जाएगा।

loksabha election banner

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जन-जन को स्वस्थ रखना ही सरकार का लक्ष्य है। बरिश के मौसम में बीमारियों की संभावनाएं भी बढ़ जाती है। जरा-सी असावधानी के कारण ये बीमारियां किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती हैं। यहा कारण है कि इन बीमारियों के प्रति जनजागरूकता के साथ बचाव के अभियान को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 को नियंत्रित करने में भी स्वच्छता की बड़ी भूमिका है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को संचारी रोग नियंत्रण अभियान के शुभारंभ अवसर पर कहा कि कोरोना की तरह की संचारी रोग से भी डटकर मुकाबला करेंगे। सीएम योगी ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि अनलॉक को हल्के में ना लें, क्योंकि लोग अगर सावधानी नहीं बरतेंगे तो करोना का प्रसार तेजी से बढ़ेगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की पीठ थपथपाई और कहा कि कोरोना महामारी में यूपी जैसी बड़ी आबादी वाले राज्य में बहुत बेहतर काम हुआ है। आज कोविड-19 अस्पतालों में करीब डेढ़ लाख बेड हैं। जल्द जांच को बढ़ाकर 30 हजार प्रतिदिन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभियान की शुरुआत करते हुए विशेष सफाई दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह स्वच्छता दल सभी गांवों व मोहल्लों में जाकर फागिंग, सैनिटाइजेशन व साफ-सफाई का काम करेंगे और लोगों को साफ-सुथरा रहने के लिए जागरूक भी करेंगे। 31 जुलाई तक पूरे प्रदेश भर में यह अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान की थीम बचाव व उपचार है। ऐसे में लोगों को उल्टी-दस्त, दिमागी बुखार इत्यादि से बचाव के उपाय बताए जाएंगे और जो इससे ग्रस्त हैं, उन्हें चिन्हित कर उपचार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2016 और 2017 में यूपी में सिर्फ इंसेफलाइटिस से प्रतिवर्ष 600 से ज्यादा होती थी। यदि इसके बाद के वर्षों के आंकड़ों को देखेंगे तो लगातार इन मौतों की सख्या कम हुई है। वर्ष 2019 तक यह घटकर 126 तक आ गई थी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से इस वर्ष कोरोना काल में स्वच्छता और सैनेटाइजेशन का अभियान चला उससे इन मौतों में और कमी आएगी। जिस बीमारी से पिछले चालीस वर्षों में हजारों बच्चों की अकाल मृत्यु हो गई हो, उस बीमारी को साठ फीसदी कम करने में सफलता मिले, यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। इस उपलब्धि को हासिल करने में प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन की बड़ी भूमिका है। इस मिशन के तहत गांव-गांव में शौचालय बने और स्वच्छता अभियान चला, जिसके कारण इस बीमारी को रोकने में सफलता मिली। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सर्वाधिक आबादी वाले राज्य यूपी में कोरोना का संक्रमण ज्यादा नहीं है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की पीठ थपथपाते हुए कहा कि कोरोना महामारी में अच्छा काम किया गया। सीएम ने कहा कि सर्विलांस के माध्यम से मौत को रोकने में बड़ी सफलता मिली है। यूपी में कोरोना से मौतें बहुत कम हुई हैं। सीएम ने कहा कि जल्द कोरोना के 30 हजार नमूनों की प्रतिदिन जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसी तरह हम संचारी रोगों पर भी नियंत्रण हासिल करेंगे। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि यह अभियान पूरी मजबूती के साथ चलाया जाएगा। कार्यक्रम में विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व कार्यवाहक स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.मिथलेश चतुर्वेदी आदि मौजूद रहीं।

स्वास्थ्य विभाग होगा नोडल, सब मिलकर लड़ेंगे लड़ाई : संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, ग्राम्य विकास व महिला एवं बाल कल्याण विभाग इसमें साथ मिलकर काम करेंगे। साफ सफाई, कचरा नियंत्रण, जल भराव रोकने व शुद्ध पेयजल की उपलब्धता पर विशेष जोर दिया जाएगा। वहीं सभी जिलों में दिमागी बुखार, कोविड-19 एवं अन्य संक्रामक रोगों के संबंध में व्यापक जन जागरूकता फैलाने के लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे और बीमारी मिलने पर उनका उपचार कराएंगे। गांव के स्तर पर ग्राम प्रधान संचारी रोग नियंत्रण माह के नोडल होंगे और लोगों को बचाव के लिए जागरूक करने को संवेदीकरण बैठकों का आयोजन करेंगे। खास बात यह कि दस्तक अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता इस बार लोगों के दरवाजे नहीं खटखटाएंगे। कोरोना संक्रमण की वजह से कार्यकर्ता शारीरिक दूरी का पालन करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.