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CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश, भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर खोलें वायरस शोध संस्थान

कोरोना महामारी से सबक लेकर उत्तर प्रदेश में वायरस पर रिसर्च करने के लिए एडवांस सेंटर स्थापित किया जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसका प्रस्तुतीकरण देखा।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2020 12:36 AM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2020 08:33 AM (IST)
CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश, भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर खोलें वायरस शोध संस्थान
CM योगी आदित्यनाथ का निर्देश, भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर खोलें वायरस शोध संस्थान

लखनऊ, जेएनएन। कोरोना महामारी से सबक लेकर उत्तर प्रदेश में वायरस पर रिसर्च करने के लिए एडवांस सेंटर स्थापित किया जा रहा है। एडवांस सेंटर फॉर वायरस रिसर्च एंड थेराप्यूटिक्स को सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीडीआरआइ), किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमूय) और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) मिलकर इसे तैयार करेंगे। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने इसका प्रस्तुतीकरण किया गया। सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए वायरस रिसर्च सेंटर को स्थापित करें।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना, डेंगू व जेई सहित अन्य वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में एक उन्नत व उत्कृष्ट शोध संस्थान की जरूरत है। वायरस और इससे प्रसारित संक्रमण पूरे दुनिया के लिए चुनौती रहा है। कोविड-19 जैसी महामारी इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होंने इस शोध संस्थान को जल्द से जल्द मूर्त रूप देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सीडीआरआइ व केजीएमयू जैसे उत्कृष्ट संस्थान मौजूद हैं। वहीं एकेटीयू आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस और कम्प्यूटर के क्षेत्र में अपना योगदान देगा। बायो सेफ्टी लेवल चार के इस संस्थान में वायरस पर एडवांस रिसर्च होगी। बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी, एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, सीडीआरआइ के निदेशक तपस कुंडू और केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट मौजूद रहे।

संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान : शहरों में नोवेल कोरोना, जेई, एईएस व अन्य वैक्टरजनित रोगों की रोकथाम के लिए विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। इसमें रोगों से बचाव के लिए जरूरी उपाय किए जाएंगे। मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने इस संबंध में नगर विकास विभाग की कार्ययोजना प्रदेश के सभी डीएम को भेज दी है। निकाय अधिकारियों की देखरेख में इसके लिए सारे उपाय किए जाएंगे। सफाई की समुचित व्यवस्था के लिए विशेष टीमें बनाई जाएंगी। कूड़ा उठाने के वाहन, मशीन व अन्य उपकरण होंगे। प्रत्येक वार्ड में सफाई होगी। हर वार्ड के लिए जिम्मेदारी तय होगी। कूड़े को सेनेटरी लैंडफिल साइड पर भिजवाया जाएगा। शहरी, अर्द्ध शहरी व ग्रामीण स्तर पर सफाई के साथ हाथ धोने, शौचालय की सफाई और घर से जल निकासी के बारे में जागरूक किया जाएगा।

रोगों के रोकथाम की दी जाएगी जानकारी : विशेष सफाई अभियान में संचारी रोग की रोकथाम संचारी रोग व दिमागी बुखार की रोकथाम के बारे में जानकारी लोगों को दी जाएगी। सार्वजनिक स्थानों पर हैंडवाश, साबुन, सैनिटाइजर, मास्क आदि की व्यवस्था कराई जाएगी। खुले नाले व नालियों को ढकने की व्यवस्था होगी। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था जरूरत के आधार पर इसकी व्यवस्था की जाएगी। जल संस्थान व निकाय अभियान चलाकर पेयजल के लिए नलकूल, हैंडपंप, पाइपलाइन व अन्य उपकरणों का संचालन इस तरह करेंगे कि लोगों को पर्याप्त पानी मिल सके। टूटी पाइप लाइन ठीक कराई जाएगी। जल निकासी की व्यवस्था जल भराव वाले इलाकों में जल निकासी की व्यवस्था कराई जाएगी। सड़कों के किनारे उगी झाड़ियां साफ कराई जाएंगी। खुले में शौच पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। 


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