Ayodhya case : किसी सूरत में न बिगड़े महौल, सीएम योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दिए निर्देश
सभी जिलों में कंट्रोल रूम से हर हरकत पर रहेगी नजर। सोशल मीडिया पर किसी भी भड़काऊ पोस्ट पर तत्काल की जाए कार्रवाई।
लखनऊ, (राज्य ब्यूरो)। राम मंदिर पर आने वाले फैसले के मद्देनजर कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का पूरा सम्मान होगा और माहौल बिगाडऩे और अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं मिलेगी। ऐसे तत्वों तथा सोशल मीडिया के भड़काऊ पोस्ट पर नजर रहेगी। अधिकारियों से कहा कि कहीं भी कोई ऐसी स्थिति नहीं आनी चाहिये, जिससे शांति भंग होने की आशंका हो। सोशल मीडिया पर किसी भी भड़काऊ पोस्ट पर तत्काल कार्रवाई की जाये।
गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के डीएम, एसएसपी-एसपी और वरिष्ठ अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दिशा निर्देश दिए। कहा कि कमिश्नर, एडीजी, आइजी व अन्य वरिष्ठ अधिकारी रात को जिलों में रुके और वहां की व्यवस्थाओं की समीक्षा करें।
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा-व्यवस्था भी सुनिश्चित करायें। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पांच कालिदास से संचालित इस कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, डीजीपी ओपी सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने डीएम-एसपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की। कहा, छोटी से छोटी घटनाओं का संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई करें।
हर जिले में 24 घंटे कंट्रोल रूम संचालित करने और सूचनाओं पर एक्शन के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को जनता, नेताओं और धर्म गुरुओं के साथ लगातार संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए। योगी ने थानावार शांति समितियों की बैठक करने पर जोर दिया और कहा कि आपातकालीन सहायता डायल 112 पर आने वाली हर सूचना का कम से कम समय में संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने संसाधन व्यवस्थित करने और बॉर्डर पर सघन जांच की भी हिदायत दी। बैठक की शुरुआत में ही डीजीपी ओपी सिंह ने अब तक की सभी तैयारियों का विवरण दिया और कहा कि मुख्यमंत्री की हमेशा फुट पेट्रोलिंग की हिदायत रही है। अब तक फुट पेट्रोलिंग में 1753 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
योगी ने कार्तिक पूर्णिमा, बारावफात, प्रकाश पर्व व अन्य त्योहारों पर सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने, अयोध्या और लखनऊ के लिए एक-एक हेलीकाप्टर की व्यवस्था करने और इंडो-नेपाल सीमा पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
इस बार अधिक मजबूत होगी बैरीकेडिंग
डीजीपी मुख्यालय के निर्देश पर अयोध्या की सुरक्षा-व्यवस्था की कमान संभालने पहुंचे एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय ने बताया कि पिछले अनुभवों के आधार पर इस बार मजबूत बैरीकेडिंग की व्यवस्था की जा रही है। अधिक भीड़ होने पर लोगों को अलग-अलग स्थानों पर रोकने की भी व्यवस्था की जा रही है। अयोध्या में अतिरिक्त 11 एएसपी, 20 सीओ, 150 निरीक्षक, 250 उपनिरीक्षक, 1200 सिपाही व 1500 होमगार्ड तैनात किये गये हैं।
बारावफात की सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश
डीजीपी ने बारावफात के अवसर पर सुरक्षा-व्यवस्था के कड़े निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि 10 नवंबर को बारावफात के मौके पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये जायें। त्योहार रजिस्टर का अवलोकन कर संवेदनशील स्थानों व अराजकतत्वों पर कड़ी नजर रखी जाये। जुलूस मार्गों का देखकर सभी जगह सुरक्षा-व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाये।