Chhath Puja 2020: भोर में ही छठ घाटों पर उमड़े श्रद्धालु, ठंड के बावजूद पानी में खड़े होकर व्रतियों ने की पूजा
Chhath Puja 2020 उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही 36 घंटे के छठ महाव्रत का हुआ पारण। सुबह पांच बजे तक लक्ष्मण मेला घाट के साथ ही खदरा के शिव मंदिर घाट पंचमुखी हनुमान मंदिर घाट पर जमावड़ा लग गया था।
लखनऊ, जेएनएन। Chhath Puja 2020: उगी हो सुरुज देव भोर भिनसरवां, अरघ की बेरिया पूजन की बेरिया हो... और करीं क्षमा छठीं मइया भूलचूक गलती हमार...जैसे छठ गीतों से गुंजायमान वातावरण के बीच शनिवार को व्रतियों ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर छठ मइया से कोरोना मुक्त समाज बनाने और परिवार की समृद्धि की कामना की। अनुमेहा गुप्ता व रंजना मिश्रा के ऑनलाइन छठ गीतों बीच छठ घाटों पर सुबह से ही व्रतियों का परिवार के साथ आने का सिलसिला शुरू हो गया था। सुबह पांच बजे तक लक्ष्मण मेला घाट के साथ ही खदरा के शिव मंदिर घाट, पंचमुखी हनुमान मंदिर घाट, झूलेलाल घाट व मनकामेश्वर उपवन घाट समेत गोमती के सभी घाटों पर व्रतियों का परिवार के साथ जमावड़ा लग गया था।
धुंध के बीच पूर्व दिशा की ओर गोमती नदी में खड़ी महिलाएं सूर्योदय का इंतजार कर रही थीं। सूर्य के उदय होते ही महिलाओं ने अर्घ्य दिया और छठी मइया के प्रतीक सुसुबिता पर प्रसाद चढ़ाकर सिंदूर लगाया। नाक से लेकर मांग तक सिंदूर लगाने के साथ घाट से घर वापसी आईं। घर और मुहल्ले में प्रसाद वितरण के साथ व्रतियों ने 36 घंटे निर्जला व्रत का पारण किया। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने सफल आयोजन के लिए प्रशासन के अधिकारियों का आभार जताया है। उनका कहना है कि तीन दशक से अधिक समय से पूजन किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते केवल पूजन किया गया।
मंदिर में दिया अर्घ्य, छतों पर किया पूजन
कृष्णानगर के मानसनगर स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर में रंजना सिंह व कलावती समेत महिलाओं ने सुबह अर्घ्य दिया तो सहसेवीर मंदिर में महिलाओं का जमावड़ा लगा रहा। फैजुल्लागंज में प्रभारानी और मानसनगर में किरन पांडेय सहित कई महिलाओं ने छत पर पूजन किया। इंदिरानगर , गाेमतीनगर, फैजुल्लागंज व आलमबाग समेत राजधानी में हर तरफ पूजन किया गया।
मास्क के साथ हुआ सुरक्षा का इंतजाम
व्रतियों में पूजन के साथ ही सुरक्षा को लेकर संजीदगी भी नजर आई। अधिकतर महिलाएं मास्क और सैनिटाइजर के साथ घाटें तक पहुंची और पूजन किया। इंदिरानगर की रुचि ने बताया कि व्रत कठिन तो था, लेकिन आस्था और समर्पण के भाव ने आसान कर दिया। मानकामेश्वर उपवन घाट पर महंत देव्यागिरि ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिलाया तो खदरा के शिव मंदिर घाट पर धनंजय द्विवेदी के संयोजन में पूजन हुआ। पंचममुखी हनुमान मंदिर घाट पर प्रमोद सिंह और झूलेलाल घाट पर परमानंद पांडेय ने अर्घ्य देकर दिलाया। संझिया घाट, कुड़ियाघाट व श्री खाटू श्याम घाट समेत सभी घाटों पर पूजन हुआ।