Mukhtar Ansari Ambulance Case: मुख्तार सहित सात के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल, तीन अभियुक्त की तलाश जारी
बाराबंकी पुलिस ने मुख्तार अंसारी सहित सात लोगों को आरोपित करार देते हुए उनके खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया है। वहीं प्रकरण में फरार शाहिद सहित तीन का पुलिस अभी पता नहीं लगा सकी है।
बाराबंकी, संवादसूत्र। एंबुलेंस प्रकरण में पुलिस ने मुख्तार अंसारी सहित सात लोगों को आरोपित करार देते हुए उनके खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया है। मुख्तार बांदा जेल में निरद्ध है, जबकि शेष छह आरोपित बाराबंकी जेल में बंद हैं। यह आरोप पत्र मुकदमे के विवेचक एमपी सिंह ने सोमवार को दाखिल किया है। प्रकरण में फरार शाहिद सहित तीन का पुलिस अभी पता नहीं लगा सकी है।
निजी एंबुलेंस प्रयोग के लिए बसपा विधायक मुख्तार अंसारी ने 2013 में अपने गुर्गों के जरिए जाली दस्तावेजों के जरिए एंबुलेंस पंजीकृत कराई थी। पंजाब में प्रयोग के दौरान एंबुलेंस प्रकाश में आई तो जांच के बाद दो अप्रैल को कोतवाली नगर में मऊ की एक हास्पिटल संचालिका डा. अलका राय पर जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया गया। विवेचना के दौरान मुख्तार अंसारी सहित अलका राय के सहयोगी डा. शेष नाथ राय, विधायक प्रतिनिधि मो. सैयद मुजाहिद, मो. जाफरी उर्फ शाहिद, राजनाथ यादव, आनंद यादव, एंबुलेंस चालक सलीम, सुरेंद्र शर्मा व साथ में चलने वाले अफरोज खान का नाम मुकदमे में प्रकाश में आया और सभी को आरोपित बनाया गया। इनमें से मुख्तार पहले से बांदा जेल में है। शाहिद, सुरेंद्र शर्मा और अफरोज को छोड़कर सभी को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है। प्रकरण में विवेचक ने सोमवार को न्यायालय में गिरफ्तार सभी सात आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर पंकज सिंह ने बताया कि गिरफ्तार सभी आराेपितों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं।
बाराबंकी नेटवर्क के लिए शाहिद की तलाश : मुख्तार के बाराबंकी में नेटवर्क तलाश पाने में पुलिस अभी तक असफल रही है। मात्र पूर्व रिश्तों के आधार पर कुछ लोगों को पुलिस ने चिन्हित कर रखा है, लेकिन अभी तक उनके खिलाफ कोई साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है। आशंका जताई जा रही है शाहिद की गिरफ्तारी के बाद बाराबंकी में मुख्तार के गुर्गों के चेहरे सामने आ जाएंगे।