मरीज की मौत पर सिविल अस्पताल में हंगामा, निमोनिया से पीड़ित थी बच्ची Lucknow News
सिविल अस्पताल में मरीज की मौत पर परिवारीजनों ने किया हंगामा। फेफड़ों में संक्रमण का चल रहा था इलाज परिजनों ने लगाया गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप।
लखनऊ, जेएनएन। सिविल अस्पताल प्रशासन पर मरीज को गलत इंजेक्शन लगाने से मौत होने का आरोप लगा कर परिवारजन ने हंगामा कर दिया। मडिय़ांव के प्रीतिनगर निवासी वान्या (14) को निमोनिया हो गया था। परिवारजन बीते 11 अक्टूबर की रात मरीज को सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर आए थे, जहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया और इलाज शुरू कर दिया। आरोप है कि आज सुबह इंजेक्शन लगाने के बाद वान्या की मौत हो गई।
परिवारजन के मुताबिक महिला विभाग के बेड नंबर तीन पर बीते 11 अक्टूबर की रात वान्या को भर्ती किया गया। भर्ती होने के बाद इलाज शुरू कर दिया गया था, जिस कारण तबीयत में कुछ सुधार भी हुआ। सोमवार की सुबह डॉक्टरों ने वान्या को एक इंजेक्शन लगाया था। इंजेक्शन लगने के बाद ही उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उसने दम तोड़ दिया।परिवारजन ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
इस बाबत, अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी का कहना है कि भर्ती के लिए लाया गया मरीज पहले से ही गंभीर अवस्था में था। उसके दोनों फेफड़े खराब थे, उनमें संक्रमण व निमोनिया हो गया था। अस्पताल में उसका इलाज ठीक तरह से चल रहा था। अस्पताल की ओर से कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई। हालांकि, मौत के बाद परिवारजन हमेशा अस्पताल पर ही आरोप लगाते हैं। वे अपने मरीज की हालत नहीं देखते। डॉ. नेगी ने कहा कि जहां तक डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप की बात है तो परिजनों ने इस मामले में हमें कोई भी लिखित शिकायत नहीं दी है। यदि शिकायत आएगी तो जांच कराएंगे।