धुनुचि की खुशबू से सराबोर हुए दुर्गा पूजा पंडाल, दर्शन के लिए श्रद्धालु आतुर Lucknow News
लखनऊ ढाक की धुन पर विधि विधान से हुई संधि पूजा। बिखरी दीपकों की छटा बंटा भोग।
लखनऊ, जेएनएन। नवरात्र के आठवें दिन रविवार को जहां मां के महागौरी स्वरूप की आराधना हुई वहीं पंडालों में संधि पूजा का आयोजन किया गया। इस दौरान धुनुचि से निकली लोबान की खुशबू पंडालों में बिखर रही थी और ढाक की धुन माहौल को भक्तिमय बना रही थी।
संधि पूजा में दुर्गा पूजा पांडालों में स्थापित मां को श्रद्धालुओं ने 108 दीपक, 108 कमलपुष्प, 108 गुड़हल के पुष्प और 108 बेलपत्र अर्पित किए। अष्टमी तिथि और नवमी तिथि की संधि के 24-24 मिनट मिलाकर कुल 48 मिनट की संधि पूजा के दौरान सभी पंडाल मां के जयघोष से गुंजायमान हो उठे। कोलकाता से आए ढाकियों ने ढाक बजाकर लोगों को थिरकरने पर मजबूर किया। धुनुचि के साथ युवाओं ने मां की आराधना की। उधर, सोमवार को काली बाड़ी मंदिर में ढाक प्रतियोगिता होगी। दोपहर 1:57 बजे से 2:45 बजे के बीच पूजन किया गया।
अलीगंज के चंद्रशेखर पार्क में ट्रांस गोमती दशहरा एवं दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से 108 व्रती महिलाओं ने हाथों में दीपक लेकर संधि पूजन में हिस्सा लिया। तुहिन बनर्जी, इंद्राणी मित्रा व इंद्राणी राय चौधरी के साथ ही धनंजय बनर्जी, तपस राय चौधरी व रोमी बनर्जी सहित कई लोगों ने हिस्सा लिया। चारबाग के सेवाग्राम कॉलोनी,आशियाना के बंगलाबाजार कथा पार्क,बादशाहनगर, बंगाली क्लब कैंट, कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी कमेटी हाल, लालबाग, सिंधी गल्र्स आलमबाग के अलावा गोमतीनगर के विकल्प खंड में पूजन के बाद कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कन्या पूजन के साथ लगे मां के जयकारे
जगत जननी मां भवानी के जयकारों से रविवार को शहर भर के मंदिर गुंजायमान रहे। पाप मुक्तदायनी के रूप में घरों और मंदिरों में जहां उनके दर्शन के लिए श्रद्धालु आतुर दिखे वहीं अष्टमी हवन के संग कन्याओं का पूजन किया गया। रामराम बैंक के तिराहे के पास व शीतला देवी मंदिर मेें लोगों ने कन्याओं का पूजन किया। चौक के छोटी व बड़ी काली जी मंदिर के अलावा राजधानी के सभी मंदिरों में हवन संग कन्याओं का पूजन हुआ। गणेशगंज के श्रीश्री भुइयन देवी मंदिर में शाम को विशेष श्रंगार के साथ ही मां की महिमा का बखान किया गया। शीतला माता मंदिर में भोर से ही श्रद्धालुओं की कतारें लग गई थीं।
ठाकुरगंज के मां पूर्वीदेवी एवं महाकालेश्वर मंदिर बाघंबरी सिद्धपीठ में सुबह सप्तशती के पाठ के साथ ही महाआरती हुई। चौक के आनंदी माता मंदिर में धूप-दीप के माध्यम से मां को याद किया गया। ठाकुरगंज स्थित मां बाघंबरी सिद्धपीठ में सुबह सप्तशती पाठ के साथ मां को भोग लगाया गया। आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि पूरे नौ दिन का व्रत रखने वाले दान पुण्य के बाद ही व्रत का पारण करें।
एकादशी को होंगे पादुका दर्शन
चौपटिया के संदोहन देवी मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। नौ अक्टूबर को एकादशी के अवसर पर मां के पादुका दर्शन का इंतजाम किया गया है। भोर में चार बजे से मध्याह्न 12 बजे तक पादुका दर्शन कर श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं। वर्ष में दो बार मां चरण दर्शन होते हैं।