गोंडा में DPRO समेत छह अफसरों पर जुर्माना, CDO ने कार्यालय का आवंटन निरस्त करने की दी चेतावनी
छह जुलाई को सीडीओ शशांक त्रिपाठी ने विकास भवन स्थित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान पंचायतीराज विभाग आरइएस युवा कल्याण विभाग अल्पसंख्यक कल्याण विभाग मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य व डूडा कार्यालय के बाहर कूड़ा व पान की पीक दीवारों पर पाई गई।
गोंडा, संवाद सूत्र। स्वच्छता अभियान की मुहिम चलाने वाले अफसर ही गंदगी के जिम्मेदार ठहराए गए हैं। कार्यालय परिसर में कूड़ा व पान की पीक मिलने पर डीपीआरओ समेत छह अफसरों पर एक-एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है। सीडीओ ने तीन दिवस में संतोषजनक स्पष्टीकरण न देने पर कार्यालय का आवंटन निरस्त करने की चेतावनी दी है। विकास भवन परिसर में 27 कार्यालय हैं। भूतल, प्रथम व द्वितीय तल पर अलग-अलग विभागों को कार्यालय आवंटित किए गए हैं।
छह जुलाई को सीडीओ शशांक त्रिपाठी ने विकास भवन स्थित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान पंचायतीराज विभाग, आरइएस, युवा कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य व डूडा कार्यालय के बाहर कूड़ा व पान की पीक दीवारों पर पाई गई। कई बार निर्देश के बावजूद सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं पाया गया। सीडीओ ने लापरवाही बरतने के आरोप में डीपीआरओ, अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, जिला युवा कल्याण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य व परियोजना अधिकारी डूडा पर एक-एक हजार रुपये का अर्थदंड लगाया है।
संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करके तीन दिवस में स्पष्टीकरण तलब किया। सीडीओ ने निर्धारित अवधि में संतोषजनक जवाब न देने पर संबंधित अधिकारियों को कार्यालय भवन आवंटन निरस्त करने की चेतावनी दी है। जिला विकास अधिकारी को सप्ताह में दो बार कार्यालयों का निरीक्षण करके सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के आदेश दिए हैं।