लखनऊ : शाइन सिटी, आर संस और वास्तुम इंफ्रालैंड के निदेशको पर 1.72 करोड़ की ठगी का मुकदमा
निवेशकों को प्लाट नहीं मिला और न ही रुपये वापस किए गए। रुपयों की मांग पर निदेशकों ने धमकी दी। ठगी का आरोप लगाते हुए निवेशकों ने अलग-अलग थानों में मुकदमा दर्ज कराया है। यह मुकदमें गोमतीनगर और सरोजनीनगर थाने में दर्ज हुए।
लखनऊ, जेएनएन। शाइन सिटी, आर संस और वास्तुम इंफ्रालैंड के निदेशकों के खिलाफ प्लाट दिलाने के नाम पर 1.72 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाते हुए निवेशकों ने अलग-अलग थानों में मुकदमा दर्ज कराया है। यह मुकदमें गोमतीनगर और सरोजनीनगर थाने में दर्ज हुए। गोमतीनगर पुलिस ने बताया कि अमेठी के मुसाफिरखाना निवासी विपिन सिंह व्यवसायी हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में उनकी मुलाकात शाइन सिटी के निदेशक राशिद, आसिफ और नसीम से हुई थी। उन्होंने प्लाट के नाम पर निवेश करने और दोगुना मुनाफा देने की बात कही।
इस पर विपिन ने 41 लाख, विजय लक्ष्मी ने 31.54 लाख, विक्रम सिंह ने 17 लाख, शशिभान ने दो लाख, शिवशंकर ने 4.5 लाख, सचिन सिंह ने दो लाख, संतोष कुमार ने एख लाख, शीला वर्मा ने चार लाख, सूर्यभान उपाध्याय ने 5.41 लाख, सुभाष यादव ने 6.5 लाख, वंश बहादुर सिंह ने चार लाख, ओम शिव ने एक लाख और राम निवास ने एक दो लाख रुपये, शुशांत गोल्फ सिटी निवासी राजेंद्र प्रासद सिंह ने 31 लाख रुपये लगाए थे। शुरुआती माह में कंपनी के निदेशकों ने कुछ लोगों को मुनाफे की राशि दी उसके बाद बंद कर दिया। मांग करने पर टाल मटोल किया। इसके बाद न तो प्लाट दिया और न जमा पूंजी और न ही मुनाफा दिया।
वहीं, विभूतिखंड कालिंदी विला निवासी सुशील पांडेय केंद्रीय विद्यालय से सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। उन्होंने बताया कि आर संस इंफ्रालैंड के निदेशक आशीष श्रीवास्तव और सुनील के कहने पर उन्होंने फैजाबाद रोड स्थित हाउसिंग सोसाइटी में तीन प्लाट बुक कराकर नौ लाख रुपये दिए थे। इसके बाद आज तक प्लाट नहीं मिला। न ही रुपये वापस किए। रुपयों की मांग पर निदेशकों ने धमकी दी। इसके बाद गोमतीनगर थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया।
उधर, कृष्णानगर के राकेश निगम ने सरोजनीनगर सैनिक सोसाइटी में रहने वाले मुकेश सिंह ने वास्तुम इंफ्रालैंड कंपनी हाउसिंग सोसाइटी में प्लाट बुक कराने के लिए कहा। मुकेश सिंह ही कंपनी के संचालक हैं। उनके कहने पर कंपनी में 10 लाख रुपये का निवेश किया। दो माह तक राकेश ने मुनाफे की रकम दी उसके बाद देना बंद कर दिया। रुपयों और प्लाट की मांग करने पर धमकी देने लगे। इसके बाद तहरीर देकर सरोजनीनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इंस्पेक्टर आनंद शाही ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।