यूपी पालीटेक्निक और आइटीआइ में प्रवेश से वंचित अभ्यर्थियों के पास आखिरी मौका, जानें- पूरी डिटेल
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने पहली काउंसिलिंग से लेकर 10वीं काउंसिलिंग में हिस्सा लेने वाले प्रवेश से वंचित प्रदेश के अभ्यर्थियों को प्रवेश का अंतिम अवसर देने का निर्णय लिया है। 19 से 25 नवंबर तक अभ्यर्थी विकल्प भर सकेंगे। 26 को परिणाम घोषित होगा।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने पहली काउंसिलिंग से लेकर 10वीं काउंसिलिंग में हिस्सा लेने वाले प्रवेश से वंचित प्रदेश के अभ्यर्थियों को प्रवेश का अंतिम अवसर देने का निर्णय लिया है। 19 से 25 नवंबर तक अभ्यर्थी विकल्प भर सकेंगे। 26 को परिणाम घोषित होगा। 30 नवंबर तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी है। ये सभी सीट आवंटित होने के बावजूद प्रवेश नहीं ले पाए या दस्तावेजों की जांच नहीं करा पाए और काउंसिलिंग से बाहर हो गए थे।
ऐसे अभ्यर्थी जो कि प्रवेश परीक्षा में बैठे हैं वे मुख्य काउंसिलिंग लिंक से अपना विकल्प भर सकेंगे। रिक्त सीटों का विवरण 19 को संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद की वेबसाइट jeecup.nic.in पर अपलोड कर दी जाएगी। इसी के साथ 11वें चरण की काउंसलिंग के लिए प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों का पंजीयन शुरू हो जाएगा। प्रवेश परीक्षा न देने वाले सीधे प्रवेश के लिंक से पंजीयन करेंगे और अनुदानित व निजी पॉलिटेक्निक संस्थानों में प्रवेश के लिए पात्र होंगे।
रवेश से वंचित ऐेसे अभ्यर्थियों को प्रवेश का अवसर दे रहा है जो प्रवेश परीक्षा और काउंसिलिंग में तो शामिल हुए थे, लेकिन प्रवेश नहीं ले सके। 19 से 25 नवंबर तक को पंजीयन होगा। 26 नवंबर को घोषित किया जाएगा। सीधे प्रवेश की प्रक्रिया भी चल रही है। 30 नवंबर तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। -राम रतन, प्रभारी सचिव, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद
आइटीआइ में 30 तक होंगे प्रवेशः प्राइवेट आइटीआइ में पढ़ाई के साथ ही प्रवेश प्रकिया भी चल रही है। व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद की ओर से पूरे प्रदेश के सभी जिलों में स्थापित प्राइवेट आइटीआइ में 30 नवंबर तक प्रवेश होंगे। व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद के संयुक्त निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में 305 सरकारी और 2939 निजी आइटीआइ संस्थान हैं। सभी में रिक्त सीटों के सापेक्ष प्रवेश के निर्देश दिए गए हैं। 19 तक सरकारी और 30 तक प्राइवेट आइटीआइ में प्रवेश होगा। चारबाग के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने बताया कि सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप कक्षाओं का संचालन होगा। किसी भी बीमार छात्र या अनुदेशक को आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। वहीं प्राइवेट आइटीआइ एसोसिएशन के राजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित फीस ही ली जाएगी। कोई अतिरिक्त फीस नहीं लेगा। संस्थानों की ओर से शुल्क प्रतिपूर्ति का लाभ दिलाने का भरोसा देकर अभ्यर्थियों को प्रवेश के लिए बुलाया जा रहा है।